Amit Shah On Hijab Controversy: हिजाब विवाद में गृहमंत्री अमित शाह ने पहली बार कोई बयान दिया है

Amit Shah On Hijab Controversy: पिछले 2 महीने से मुस्लिम छात्राएं संविधान के हक़ के नाम पर मजहबी ड्रामा चला रही हैं

Update: 2022-02-22 07:39 GMT

Amit Shah On Hijab Controversy: देश में चल रहे हिजाब वाले ड्रामे को देखते हुए भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने अपना बयान दिया है. लम्बे समय से चल रही यह नौटंकी ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही है। कॉलेज की यूनिफॉर्म और पढाई के ऊपर मजहबी पहनावे को ज़्यादा तवज्जो दी रा है है. दूसरे देशों से भीख मांग कर खाने वाले इस्लामिक देश भारत पर तंज कास रहे हैं। लेकिन इस मामले में गृहमंत्री ने अब बड़ा बयान दे दिया है 

अमित शाह ने हिजाब विवाद पर क्या कहा 

देश के गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि- सभी धर्मों के लोगों को स्कूल यूनिफॉर्म का ड्रेसकोड अपनाना चाहिए, देश संविधान से चलेगा। ये मामला कोर्ट में हैं और कोर्ट का फैसला सभी को स्वीकार्य करना होगा।मेरा मानना है कि सभी धर्मों के लोगों को स्कूल यूनिफॉर्म और ड्रेसकोड अपनाना चाहिए और इसका पालन करना चाहिए। 

एक कॉलेज से शुरू हुआ विवाद पूरी दुनिया का मुद्दा बन गया 

विडंबना है कि भारत देश के एक राज्य के एक जिले में मौजूद एक सरकारी कॉलेज का छोटा सा मुद्दा हाईकोर्ट चला जाता है और इसके बाद पूरे देश में हिजाब मूवमेंट चलने लगता है। देश के बाद यह मुद्दा अंतराष्ट्रीय  बहस का हिस्सा बन जाता है और दुनियाभर के इस्लामिक देश भारत को लेकर बयानबाज़ी करने लगते हैं. लोग आरोप लगा रहे हैं कि सरकार हिजाब बैन कर रही है जबकि बात सिर्फ इतनी है कि उड्डपी के कॉलेज में यूनिफॉर्म पहन कर आने के लिए कहा गया है. कहीं हिजाब बैन करने के लिए नहीं कहा गया। 

अगर सविधान में कुछ भी पहनने की आज़दी का हवाला देकर आज स्कूल की यूनिफॉर्म में हिजाब को अनुमति दे दी जाती है तो कल पुलिस, फ़ौज, सिविल सर्विस, कॉर्पोरेट, निजी सेक्टर, वकालत इन सभीट्रेड्स में लोग कुर्ता पैजामा, हिजाब, टोपी, गमछा पहन कर काम करने लगेंगे? हर चीज़ का एक यूनिफॉर्म होता है एक ड्रेसकोड होता है. कोर्ट में बैठने वाला जज भी अपना निर्धारित ड्रेसकोड का पालन करता है और एक ऑटो वाला भी अपने ड्रेसकोड को पहनता है। इसमें कोई मजहबी या धार्मिक बहस या आज़ादी की बात नहीं होती है 

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