अजमेर सेक्स स्कैंडल: 6 दोषियों को उम्रकैद, जानिए क्या है 100 छात्राओं के साथ गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग का पूरा मामला...

अजमेर के कुख्यात सेक्स स्कैंडल में 32 साल बाद अदालत ने 6 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। 1992 में 100 से अधिक छात्राओं के साथ हुए गैंगरेप के मामले में उन्हें दोषी ठहराया गया है।

Update: 2024-08-20 15:55 GMT

राजस्थान के अजमेर के देशभर में चर्चित सेक्स स्कैंडल में 32 साल बाद न्यायालय ने 6 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इस मामले में 1992 में 100 से अधिक छात्राओं के साथ गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग की घटना ने पूरे देश को हिला दिया था। मंगलवार 20 अगस्त को अजमेर की जिला अदालत ने नफीस चिश्ती (54), नसीम उर्फ टार्जन (55), सलीम चिश्ती (55), इकबाल भाटी (52), सोहिल गनी (53), और सैयद जमीर हुसैन (60) को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई। साथ ही प्रत्येक दोषी पर 5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।

यह घटना 1992 की है, जब अजमेर में 100 से अधिक कॉलेज की छात्राओं को ब्लैकमेल कर उनके साथ गैंगरेप किया गया और उनकी न्यूड तस्वीरें सर्कुलेट की गईं। यह मामला इतना गंभीर था कि कई छात्राओं ने बदनामी के डर से आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में कुल 18 आरोपी थे, जिनमें से कुछ को पहले ही सजा हो चुकी है, कुछ को कोर्ट ने बरी कर दिया, और कुछ पर अभी भी मुकदमा चल रहा है। (पढ़ें- 1992 में किसकी सरकार थी, अजमेर चिश्ती रेप कांड के वक़्त राजस्थान और केंद्र में किसकी सरकार थी )

साल 1992 में 100 से ज्यादा कॉलेज गर्ल्स के साथ गैंगरेप

  • अजमेर में रईसजादों ने अलग-अलग लड़कियों से की थी दरिंदगी
  • आरोपियों ने एक बिजनेसमैन के बेटे के साथ कुकर्म कर फोटो खींच ली।
  • उसी तस्वीर के दम पर बिजनेसमैन के बेटे को ब्लैकमेल करने लगे।
  • युवक को उसकी गर्लफ्रेंड के साथ पोल्ट्री फार्म पर बुलाया।
  • गर्लफ्रेंड के साथ रेप किया, उसकी भी न्यूड तस्वीरें उतारीं।
  • उस लड़की पर उसकी सहेलियों को ले आने का दबाव बनाया।
  • फिर एक-एक न जाने कितनी लड़कियों को बुलाया और गैंगरेप किया।
  • न्यूड तस्वीरें उतारकर ब्लैकमेल करने का खेल काफी लंबा चलता रहा।

न्यूड फोटो होने लगी थी सर्कुलेट

  • लड़कियों की न्यूड फोटो होने लगी थी सर्कुलेट
  • आरोपियों ने रील डेवलप करने के लिए लैब में दी थी।
  • न्यूड तस्वीरें देख लैब के कर्मचारियों की नीयत बिगड़ गई थी।
  • उनके माध्यम से ही लड़कियों की न्यूड फोटो बाजार में आई।
  • मास्टर प्रिंट कुछ लोगों के पास ही थे।
  • इनकी जेरोक्स कॉपी शहर में सर्कुलेट होने लगी।
  • ये फोटो, जिसके भी हाथ में लगी, उसने लड़कियों को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।

अजमेर सेक्स स्कैंडल की टाइमलाइन

  1. 1992 में 100 से ज्यादा कॉलेज गर्ल्स के साथ गैंगरेप और उनकी न्यूड फोटो सर्कुलेट होने पर तहलका मचा।
  2. इसके बाद 3 मई 1992 को मुकदमा दर्ज करवाया गया। पीड़िताओं से आरोपियों की पहचान कराई गई।
  3. 30 नवंबर 1992 को अजमेर कोर्ट में पहली चार्जशीट पेश की गई। इसमें 18 आरोपियों के नाम थे।
  4. इसमें से 1994 में एक आरोपी पुरुषोत्तम ने जमानत पर बाहर आने के बाद सुसाइड कर लिया।
  5. पहला फैसला फास्ट ट्रैक कोर्ट ने 18 मई 1998 को सुनाया। सभी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई।
  6. इसके बाद हाई कोर्ट ने 20 जुलाई 2001 को फैसला सुनाया। इसमें 4 को दोषमुक्त कर दिया।
  7. सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला 19 दिसंबर 2003 को फैसला सुनाया। इसमें 4 को उम्रकैद की सजा 10 साल कर दी गई।
  8. कुकर्म के आरोपी जहूर चिश्ती फैसला लंबित है। फारुख चिश्ती 2013 में भुगती हुई सजा पर रिहा हुआ।
  9. अलमास महाराज आज भी फरार है जिसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है।
  10. 20 अगस्त 2024 को 6 दोषियों को उम्रकैद।

जिन 6 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है, उनमें से कुछ पहले से ही जेल में कई साल बिता चुके हैं। सलीम चिश्ती 8 साल, नसीम उर्फ टार्जन साढ़े 3 साल, नफीस चिश्ती पौने 8 साल, सोहेल गनी डेढ़ साल, और इकबाल भाटी साढ़े 3 साल की सजा पहले ही काट चुके हैं। वहीं, सैयद जमीर हुसैन एंटीसिपेटरी बेल पर थे। इन दोषियों के वकील ने बताया कि वे इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करेंगे।

इस केस में पुलिस की लापरवाही भी उजागर हुई है। कई आरोपियों ने फरार होकर लंबे समय तक पुलिस की गिरफ्त से बचने का प्रयास किया। प्रत्येक गिरफ्तारी के बाद पुलिस को नई चार्जशीट दाखिल करनी पड़ी, जिससे केस की सुनवाई में देरी हुई। इसी वजह से 32 साल बाद जाकर इस केस में अंतिम फैसला आया है।

अजमेर के इस कुख्यात कांड पर एक फिल्म भी बनाई जा चुकी है। हालांकि, फिल्म के रिलीज पर भारी विरोध हुआ और इसे दो बार टालना पड़ा। इस फिल्म का निर्देशन पुष्पेंद्र सिंह ने किया था, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्म कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी।

Tags:    

Similar News