MP में LOCKDOWN में फंसे लोगो की क्या सुनेगे, अफसरों के फोन ही नहीं उठा रहे

MP में LOCKDOWN में फंसे लोगो की क्या सुनेगे, अफसरों के फोन ही नहीं उठा रहेकोरोना संकट और LOCKDOWN के चलते देशभर में हजारों की संख्या में

Update: 2021-02-16 06:21 GMT
MP में LOCKDOWN में फंसे लोगो की क्या सुनेगे, अफसरों के फोन ही नहीं उठा रहे

कोरोना संकट और LOCKDOWN के चलते देशभर में हजारों की संख्या में लोग फंस कर रह गए हैं। मध्य प्रदेश में फंसे अन्य राज्यों के लोगों को उनके घर पहुंचाने, दूसरे राज्यों में मौजूद मप्र के लोगों को वापस लाने और समन्वय के लिए राज्य सरकार सात अधिकारियों को तैनात किया है।

MP में विश्वविद्यालय की परीक्षाओं को लेकर बड़ा फैसला, 3 घंटे की जगह 2 घंटे…

विडंबना यह है कि अनेक प्रयास के बावजूद ज्यादातर अधिकारियों के फोन रिसीव ही नहीं हो रहे। मुसीबत में फंसे लोग अपनी फरियाद किसे और कैसे सुनाएं। लोगों द्वारा अफसरों को मैसेज भी भेजे गए, लेकिन कोई प्रति उत्तर नहीं मिला। मध्य प्रदेश सरकार ने गुरुवार को प्रदेश के सात वरिष्ठ आइएएस अधिकारियों को दूसरे राज्यों में फंसे मप्र के लोगों को वापस बुलाने और मप्र में अटके दूसरे राज्यों के लोगों को वापस भेजने की जवाबदारी सौंपी है।

शासन ने इन अधिकारियों के नंबर भी सार्वजनिक किए हैं, लेकिन ज्यादातर अधिकारी अपरिचित नंबरों के प्रति संवेदनशील नहीं दिखे। दिल्ली में फंसे अपने रिश्तेदारों को भोपाल बुलाने के लिए परेशान दिगंबर झोपे संबंधित अधिकारी नीरज मंडलोई (9717748689) को फोन लगाने के लिए परेशान होते रहे, लेकिन सफल नहीं हो पाए।

इसी तरह महाराष्ट्र के पुणे और मुंबई में फंसे मजदूर और सॉफ्टवेयर इंजीनियरों ने प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी (9425820100) को कई बार फोन लगाया गया, लेकिन फोन रिसीव ही नहीं हुआ। गृह विभाग द्वारा जारी सूची में प्रमुख सचिव मनु श्रीवास्तव (9425805450) को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब राज्यों से समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन सूची में उनका मोबाइल नंबर गलत प्रकाशित कर दिया गया, जिससे परेशानी में फंसे लोग उनसे संपर्क करने के लिए परेशान होते रहे, जिन्हें सही नंबर मिला, उनसे बात हो गई।

LOCKDOWN-3: MP में खुलेगी शराब की दुकाने, ये 5 चीज़े हुई नई

श्रीवास्तव ने बताया कि दो दिन में उत्तरप्रदेश से करीब पांच हजार लोगों को मप्र लाया गया और चार हजार से अधिक को झांसी-प्रयागराज तक पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि 82 झांसी और 40 बसें प्रयागराज भेजी गईं थीं। बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो किसी काम से दूसरे राज्य गए थे और लॉकडाउन हो गया। उसके बाद सवा महीना बीत गया, लेकिन ये लोग अपने घरों को नहीं पहुंच पा रहे।

दूसरे राज्यों में कार्यरत मध्य प्रदेश के मजदूर और मप्र में काम कर रहे अन्य राज्यों के लोगों ने जब समन्वय के लिए नियुक्त वरिष्ठ अधिकारी मलय श्रीवास्तव (9424599400), वी. किरण गोपाल (9425163993) को जब फोन किया गया तो उनके मोबाइल में लगातार व्यस्त टोन बजती रही।

इलैया राजा टी (9893775673) के नंबर पर आने वाले सभी कॉल किसी अन्य नंबर पर अग्रेषित होते रहे, लेकिन बात नहीं हो पाई। तमिलनाडू, केरल और पुड्डुचेरी से समन्वय के लिए नियुक्त आइरिन सिंथिया जेपी (9425172700) का मोबाइल बंद ही मिलता रहा।

ख़बरों की अपडेट्स पाने के लिए हमसे सोशल मीडिया पर जुड़ें:  FacebookTwitterWhatsAppTelegramGoogle NewsInstagram

Similar News