मध्यप्रदेश का एक ऐसा गांव जहां तकरीबन हर घर में हैं पथरी के मरीज, शादी करने से पहले देखते हैं यह अंग!
MP News: मध्यप्रदेश में एक ऐसा भी गांव है जहां पथरी होना आम बात है। यहां हर घर में एक-दो लोग पथरी की बीमारी से पीड़ित हैं। इतना ही नहीं यहां शादी ब्याह भी आसानी से तय नहीं हो पाते।
मध्यप्रदेश में एक ऐसा भी गांव है जहां पथरी होना आम बात है। यहां हर घर में एक-दो लोग पथरी की बीमारी से पीड़ित हैं। इतना ही नहीं यहां शादी ब्याह भी आसानी से तय नहीं हो पाते। ग्रामीणों की मानें तो उनके यहां रिश्ता तय होने के पहले लड़की के दांत, नाखून, हाथ और पेर की अंगुलियां महिलाओं द्वारा देखने की परंपरा है। तो आइए जानते हैं कि आखिर इन सबके पीछे की वजह क्या है।
दांत तक हो जाते हैं पीले
एमपी के बैतूल जिले में तवाकाठी गांव स्थित है। यहां का पानी ऐसा है कि लोगों के दांत पीले हो जाते हैं। तवाकाठी गांव की आबादी लगभग 600 है यहां 150 परिवार निवासरत हैं। यहां के हैण्डपम्पों में पहले फ्लाराइटउ युक्त पानी निकलता था, जिससे गांव के अधिकतर बच्चों के दांत पीले व टेढ़े हैं। आज भी गांव के 50 से अधिक बच्चों के दांत पीले हैं। वहीं ग्रामीणों को पथरी की शिकायत आम हो गई है।
शादी से पहले महिलाएं देखती हैं अंग
ग्रामीणों का कहना है कि यहां का पानी ऐसा है कि लोगों के दांत पीले हो जाते हैं। परिजनों को बेटियों के रिश्ते तय करने से पहले उनके दांत साफ कराने पड़ते हैं। तब जाकर विवाह हो पाता है। ग्रामीणों के मुताबिक अभी कुछ दिनों पहले ही एक घर में लड़के वाले रिश्ता लेकर आने वाले थे तब परिजनों ने बेटी के दांत को इटारसी में साफ करवाया। इसके बाद रिश्ता तय हुआ। गांव के लोगों का कहना है कि हमारे समाज में रिश्ता तय होने से पहले लड़की के दांत, नाखून, हाथ और पैर की अंगुलियां महिलाओं द्वारा देखने की परंपरा है।
इनका कहना है
इस संबंध में पीएचई घोड़ाडोंगरी के इंजीनियर विवेक रामटेके के मुताबिक तवाकाठी में समय-समय पर पानी की जांच करवाई जाती है। पीने का पानी अच्छा मिले इसके लिए क्लोरीनेशन भी करवाया जाता है। गर्मी में यह कार्य किया गया था अब मानूसन के बाद क्लोरिनेशन करवाया जाएगा।
वहीं जिला अस्पताल बैतूल की आरएमओ डॉ. रानू वर्मा का कहना है कि फीकल कोलिफाई बैक्टीरिया से पेट में इंफेक्शन, दस्त की समस्या होती है। यह पानी पीने योग्य नहीं रहता। कैल्सियम की अधिकता के कारण किडनी में पथरी की आशंका हो जाती है। इस तरह के पानी को किडनी फिल्टर नहीं कर पाती और पथरी बन जाती है। उनका कहना है कि अधिक कैल्सियम से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और मानसिक स्थिति के साथ त्वचा और बालों को भी प्रभावित करता है।