एक लाख रूपये की रिश्वत लेते हुये ट्रैप हुआ तहसीलदार, रेस्ट हाउस में हुई कार्रवाई...
पन्ना। निर्माणाधीन मकान पर स्टे लगाने की धमकी देते हुए रिश्वत की मांग करने वाले प्रभारी तहसीलदार को लोकायुक्त सागर की टीम में ट्रैप किया है।
एक लाख रूपये की रिश्वत लेते हुये ट्रैप हुआ तहसीलदार, रेस्ट हाउस में हुई कार्रवाई…
पन्ना। निर्माणाधीन मकान पर स्टे लगाने की धमकी देते हुए रिश्वत की मांग करने वाले प्रभारी तहसीलदार को लोकायुक्त सागर की टीम में ट्रैप किया है। प्रभारी तहसीलदार के खिलाफ भष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज करके ट्रैप की कार्रवाई कर रही है।
दरअसल सागर लोकायुक्त टीम ने बुधवार सुबह 10 बजे पन्ना के अजयगढ़ के प्रभारी तहसीलदार उमेश तिवारी को रेस्ट हाउस में एक लाख रूपये की रकम लेते हुये पकड़ा है। तहसीलदार ने अजयगढ़ के वार्ड क्रमांक 14 में रहने वाले अंकित पिता राजकुमार मिश्रा के निर्माणधीन मकान पर स्टे लगाने की धमकी देकर रिश्वत की मांग की थी। पीड़ित ने इसकी शिकायत सागर लोकायुक्त में की। जिस पर लोकायुक्त डीएसपी राजेश खेड़े ने तहसीलदार को रिश्वत लेते रंगे हाथों ट्रैप किया।
रूपयों के लिये कर रहा था परेशान
शिकायतकर्ता अंकित मिश्रा ने बताया कि उनका अजयगढ़ के माधवगंज में 45 बाय 70 का प्लॉट है। जिस पर कई दिनों से निर्माण कार्य चल रहा है। उनके पास प्लॉट के नामांतरण से लेकर अन्य सभी कागज पूरे हैं। इसके बाद भी प्रभारी तहसीलदार उमेश तिवारी द्वारा परेशान कर रिश्वत की मांग की जा रही थी।
अंकित ने बताया कि कुछ दिन पहले तहसीलदार ने बुलाया और 1 लाख रुपए की मांग की। वह 50 हजार रूपये देने की बात कहते रहे। लेकिन वह एक लाख रूपये पर अड़े रहे। पैसे न देने पर मकान पर स्टे देने की बात कही। परेशान होकर अंकित ने इसकी शिकायत सागर लोकायुक्त में कर दी।
15 दिन में तीन रिश्वत खोर ट्रैप
इसके पहले बीना के एक ठेकेदार से 26 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए मंडी बोर्ड के सहायक इंजीनियर को लोकायुक्त ने 13 जनवरी की दोपहर रंगे हाथ पकड़ा था। जबकि 7 जनवरी को कृषि अभियांत्रिकीय विभाग में पदस्थ यांत्रिकी सहायक राजसिंह को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा था। वही अब प्रभारी तहसीलदार को लोकायुक्त ने पकड़ लिया है।