SIDHI BUS ACCIDENT / सीधी पहुंचे CM SHIVRAJ पर फूटा लोगों का गुस्सा, बोलें - सस्पेंड नहीं, जिम्मेदारों को बर्खास्त करिए

SIDHI BUS ACCIDENT UPDATE / सीधी. मंगलवार को सीधी जिले में हुई सड़क दुर्घटना में अब तक 51 लोगों के शव मिल चुके हैं. अभी भी लापता लोगों की तलाश की जा रही है. इस बीच मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM SHIVRAJ SINGH CHOUHAN) हादसे में जान गवां चुके मृतकों के परिजनों के बीच पहुंचे. सीधी पहुंचकर उन्होंने मृतकों के परिजनों का ढाढस बंधाया. सीएम 2.15 बजे दोपहर सीधी के रामपुर नैकिन पहुंचे थें. 

Update: 2021-02-17 17:31 GMT

SIDHI BUS ACCIDENT UPDATE / सीधी. मंगलवार को सीधी जिले में हुई सड़क दुर्घटना में अब तक 51 लोगों के शव मिल चुके हैं. अभी भी लापता लोगों की तलाश की जा रही है. इस बीच मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM SHIVRAJ SINGH CHOUHAN) हादसे में जान गवां चुके मृतकों के परिजनों के बीच पहुंचे. सीधी पहुंचकर उन्होंने मृतकों के परिजनों का ढाढस बंधाया. सीएम 2.15 बजे दोपहर सीधी के रामपुर नैकिन पहुंचे थें. 

सीएम को देख मृतको के परिजन उनसे लिपटकर फूट फूट कर रोने लगें. इस दौरान सीएम शिवराज भी भावुक हो उठें. तो कुछ जगहों पर सीएम को विरोध का सामना भी करना पड़ा. कुछ परिवार ऐसे भी थें, जहाँ पर शिवराज के सामने वे गुस्सा हो उठें. एक परिवार ने तो सीएम के जाते जाते यह कह दिया कि रहम मत करिए, सस्पेंड करना समाधान नहीं है. जिम्मेदार लोगों रोड एवं पुलिसवालों को बर्खास्त करिए. 

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बता दें मंगलवार को सीधी के रामपुर नैकिन से गुजरने वाली बाणसागर की मुख्य नहर में सीधी से सतना जा रही बस गिर गई. इस बस में 60 से अधिक लोग सवार बताए जा रहें थें. जिसमें बुधवार की सुबह तक 51 शव निकाले जा चुके हैं. इस हादसे में 7 लोगों ने तैरकर अपनी जान बचा ली थी. 47 लोगों के शव SDRF की टीम ने रेस्क्यू कर मंगलवार की शाम तक निकाल लिए थें. इसके बाद बुधवार को 4 और शव मिले हैं. जिसमें से एक शव 5 माह की बच्ची का भी है. बच्ची का शव घटनास्थल से 22 किमी दूर नहर में तैरता हुआ मिला था. 

पूरे प्रदेश में RTO का दिखावा शुरू 

मंगलवार को सीधी जिले में हुई इस वीभत्स घटना के बाद परिवहन विभाग की नींद खुली है. जिस बस में यह हादसा हुआ उस बस का परमिट रद्द कर दिया गया. साथ ही पूरे प्रदेश में RTO का दिखावा शुरू हो गया. प्रदेश भर में यात्री वाहनों की जांच की जा रही है. 

पहले जाग जाते तो शायद बच जाती आधा सैकड़ा लोगों की जान

इसे महज हादसा का नाम देना उचित नहीं होगा. यह हादसा नहीं शासन और प्रशासन की गैर इरादतन हत्या है जिसमें आधा सैकड़ा से अधिक लोगों की जान चली गई. पढ़ें उन तीन मुख्य कारण, जिनकी वजह से गवांनी पड़ी आधा सैकड़ा से अधिक लोगों को अपनी जान...

  • इस हादसे के पीछे एक वजह छुहिया घाटी में जाम लगना भी है. पिछले 6 दिनों से सीधी-रीवा राजमार्ग के छुहिया घाटी में जाम की स्थिति बनी हुई है. यह घाटी काफी संकरी है. साथ ही सड़क भी ठीक नहीं है. जिसके चलते अक्सर बड़े वाहन बीच रास्ते में ही ख़राब हो जाते हैं. हाल ही में एक ट्रक रास्ते में ख़राब हो गया था. जिसके चलते जाम लगा हुआ है. अगर समय रहते शासन और प्रशासन उस जाम को खुलवा लेते तो शायद बस चालक को दूसरा रास्ता न चुनना पड़ता, जो आधा सैकड़ा से अधिक लोगों के लिए काल बन गया. 
  • घटना के पीछे दूसरी वजह है आरटीओ की लापरवाही. हादसे में शामिल बस को 32 लोगों को ही बैठाने की परमिशन होती थी. बावजूद इसके उस बस में 60 लोगों का होना बताया जा रहा है. ऐसे में RTO द्वारा नियमित जांच न करना, और जांच के एवज में कार्रवाई न करते हुए मोटी रकम का सांठगांठ करना भी इस घटना का मुख्य कारण है. और इसी का फायदा बस संचालक उठाते हैं, और मनमानी तरीके से बिना सुरक्षा व्यवस्था के सवारियों को बसों में भर लेते हैं. अगर इस बात पर आरटीओ, शासन और प्रशासन गंभीरता दिखाता तो शायद इतने लोगों की जान न जाती. 
  • हादसे में सीधी जिले से सतना जिले के लिए परीक्षा देने जा रहें विद्यार्थी भी शामिल हैं, जिन्हे अपनी जान गवानी पड़ी. सीधी जिले में परिक्षा केंद्र न होने के कारण जिले के छात्र-छात्राओं को 140 किमी दूर सतना जिले जाना पड़ा था. जो परीक्षा स्थल की बजाय काल के गाल में समा गए. हादसे के पीछे एक वजह यह भी बताई जा रही है कि बस चालक ने बस में मौजूद विद्यार्थियों के कहने पर ही बस का रुट बदला था, क्योंकि मुख्य मार्ग यानी छुहिया घाटी में जाम लगा हुआ था. 

 

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