मूर्ति हटवाने गये SDM को पहले लोगों ने बंधक बनाया, फिर मजबूर कर उन्ही से करवाई स्थापना और फिर हुआ....
मूर्ति हटवाने गये SDM को पहले लोगों ने बंधक बनाया, फिर मजबूर कर उन्ही से करवाई स्थापना और फिर हुआ.... श्योपुर। जर, जोरू और जमीन का किस्सा त
मूर्ति हटवाने गये SDM को पहले लोगों ने बंधक बनाया, फिर मजबूर कर उन्ही से करवाई स्थापना और फिर हुआ….
श्योपुर। जर, जोरू और जमीन का किस्सा तो बहुत सुना होगा। लेकिन विजयपुर थाना क्षेत्र मढ़ा गांव में बैरवा समाज के लोगों ने जो किया वैसा किस्सा नहीं सुना होगा। जानकारी के अनुसार कुछ लोगांे द्वारा प्रशासन को जानकरी दी। बताया गया कि अंबेडकर की मूर्ति सार्वजनिक स्थान पर लगवाने का प्रयास किया जारहा हैं।
जिस पर SDM साहब ने पहले तो पुलिस को भेजकर मूर्ति थाने में रखवा लिया लेकिन जब वह मौके पर पहुंचे तो लोेगों ने उन्हे बंधक बना लिया और नारेबाजी करते हुए उन्हे मजबूर कर थाने से वापस मूर्ति मंगवाई। वही एसडीएम साहब से ही स्थापना करवाई और फिर बाद में माल्यार्पण हुआ।
यह भी पढ़े : कोरोना वैक्सीन पर सबसे बड़ी खबर : वैक्सीन का इंतजार खत्म
मिली जानकारी के अनुसार विजयपुर थाना क्षेत्र गांव के मढ़ा में शनिवार को बरैवा समाज के लोग एक जमीन पर डा भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगा रहे स्थापित कर रहे थे। प्रशासन के कहे अनुसार वह जमीन दो पक्षो के बीच बिवादित थी। कब्जा करने ऐसा किया जा रहा था। लेकिन सूचाना मिलने पर जैसे ही एसडीएम विनोद सिह पहुंचे बैरवा समाज के लोेगों ने उन्हे घेर कर टेंटरा विजयपुर सडक में चक्काजाम कर दिया। काफी समझाइस के बाद भी बात नही बनी।
बताया जाता है कि इस हंगामे की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस भी कुछ नहीं कर सकी। बाद में हंगामा कर रहे लोगों की बात को मानते हुए SDM साहब को थाने से मूर्ति मगानी पडी। फिर बाद में लोगों ने एसडीएम साहब को बिना मूर्ति स्थापित तथा मल्यार्पण के जाने नही दिया और मजबूरन SDM साहब को ऐसा ही करना पड़ा।
यह भी पढ़े : नदी में नहाने गये युवक की फिसलने से मौत : Rewa News
वही घटना के सम्बध में एसडीएम विनोद सिंह का कहना था कि दो समाज के बीचा जमीन का विवाद था एक पक्ष कोर्ट जाने वाला था तो दूसरे पक्ष ने कब्जा पुख्ता करने के लिए मूर्ति स्थापित कर दी है। कुछ लोगों की शिकायत के बाद हमने मूर्ति हटवा दी। लेकिन हंगामें और चक्काजम की वहज से इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा के बाद मूर्ति स्थापित करवा दी। बंधक बनाने वाली कोई बात नहीं है।