शिवराज सरकार ने एक और फैंसला पलटा, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 51 हजार नहीं, इतने रूपए मिलेंगे
2020 के मार्च माह में पुनः सत्ता में वापसी करने वाली शिवराज सरकार ने पिछली कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार का एक और फैंसला पलट दिया है
2020 के मार्च माह में पुनः सत्ता में वापसी करने वाली शिवराज सरकार ने पिछली कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार का एक और फैंसला पलट दिया है. डेढ़ माह सत्ता में रहने वाली कमलनाथ सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना में 51 हजार रूपए देने का फैंसला किया था, इसे अब पलट दिया गया है. शिवराज सरकार इस योजना में अब 51 हजार नहीं देगी.
सामाजिक न्याय मंत्री प्रेम सिंह के अनुसार शिवराज सरकार मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना के तहत मिलने वाली राशि को पूर्ववत ही लागू करेगी, जैसी पिछली भाजपा सरकार के दौरान लागू थी. पहले इस योजना के तहत लाभार्थी को 28 हजार रूपए दिए जाते थें, इसे फिर से लागू कर दिया गया है. इसके पहले 2018 में सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने इस योजना में मिलने वाली राशि को बढ़ाकर 51 हजार कर दिया था.
बता दे कि वचन पत्र के वादे के अनुसार कमलनाथ सरकार ने सत्ता में आते ही मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजनांतर्गत मिलने वाली राशि 28 हजार से बढ़ाकर 51 हजार रुपए कर दी गई थी. लेकिन अब शिवराज सरकार ने सत्ता में आते ही इस फैसले को पलट दिया है, जिसके बाद अब 28 हजार की राशि ही दी जाएगी. इस राशि में से सामूहिक विवाह कार्यक्रम के आयोजन के लिए अधिकृत निकायों को 3 हजार रुपए (प्रति कन्या के मान से), सामग्री की कीमत 5 हजार और शेष राशि 20 हजार रुपए कन्या के बचत बैंक खाते में जमा कराई जाती है.