MP Election 2023: डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे व पुलिस के बीच झूमाझटकी, फट गए कपड़े, पुलिस ने हिरासत में लिया
MP News: आमला विधानसभा सीट से डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे चुनाव लड़ना चाहती हैं किंतु सरकार उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं कर रही है। जिसको लेकर उन्होंने न्याय यात्रा निकाली। यह यात्रा बीती रात्रि भोपाल पहुंची।
आमला विधानसभा सीट से डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे चुनाव लड़ना चाहती हैं किंतु सरकार उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं कर रही है। जिसको लेकर उन्होंने न्याय यात्रा निकाली। यह यात्रा बीती रात्रि भोपाल पहुंची। आज सुबह सीएम हाउस जाने से पहले उनकी पुलिस से झड़प हो गई। इस दौरान झूमाझटकी में उनके कपड़े भी फट गए। पुलिस ने निशा बांगरे को हिरासत में ले लिया।
निशा की न्याय यात्रा पहुंची भोपाल
निशा बांगरे सीएम हाउस आमरण अनशन करने जा रही थीं। निशा आमला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं। जिसके लिए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है किंतु तीन महीने से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद सरकार द्वारा उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है। ऐसे में वह न्याय यात्रा पर निकली हैं। उनकी यह बीती रात्रि भोपाल पहुंची। 28 सितम्बर को आमला से यह यात्रा प्रारंभ हुई थी। जो बोरी, सारणी, सलैया, शाहपुर, केसला, नर्मदापुरम, सलकनपुर, बुधनी, शाहगंज, ओब्दुल्लाहागंज व मंडीदीप होते हुए भोपाल पहुंची। सीएम हाउस जाने से पहले आज सुबह जब बोर्ड ऑफिस चौराहे पर अंबेडकर की प्रतिमा पर उनकी यात्रा माल्यार्पण करने पहुंची, इसी दौरान पुलिस और निशा के समर्थकों के बीच जमकर विवाद हो गया।
तीन माह बीत जाने के बाद भी नहीं स्वीकार हुआ इस्तीफा
डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने अपने पद से तीन महीने पूर्व ही पद से इस्तीफा दे दिया था किंतु उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया। ऐसे में उन्होंने न्याय यात्रा निकाली। आज सुबह वह सीएम हाउस आमरण अनशन करने के लिए जा रही थीं रास्ते में उनकी यात्रा का पुलिस से विवाद हो गया। झूमाझटकी में निशा के कपड़े फट गए और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। निशान को समर्थन देने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता भी काफी संख्या में बोर्ड ऑफिस चौराहे पर पहुंचे थे। जिनमें पूर्व मंत्री पीपी शर्मा, जिला अध्यक्ष मोनू सक्सेना सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे। इनको भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान निशा का कहना था कि एक पढ़ी लिखी महिला राजनीति में आना चाहती है, वह चुनाव लड़ना चाहती है किंतु उसे रोका जा रहा है। जिसके चलते उन्हें न्याय यात्रा का सहारा लेना पड़ा।