रीवा: पटाखों में देवी-देवताओं के प्रिंट चित्र को लेकर हंगामा, बताया अपमान
रीवा। दीपावली का त्योहार नजदीक है और पटाखों की बिक्री शुरू हो चुकी है। जहां देवी-देवताओं के प्रिंट चित्र के पटाखों;
रीवा: पटाखों में देवी-देवताओं के प्रिंट चित्र को लेकर हंगामा, बताया अपमान
रीवा। दीपावली का त्योहार नजदीक है और पटाखों की बिक्री शुरू हो चुकी है। जहां देवी-देवताओं के प्रिंट चित्र के पटाखों की खूब बिक्री हो रही है। जिसे लेकर हिन्दू संगठनों ने विरोध जताया है और कहा कि यह हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान है।
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संगठन के लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। संगठन के नेताओं का कहना है कि जिन देवी-देवताओं की हम पूजा करते हैं उनका चित्र पटाखों में प्रिंट कराया जाना, फिर उन पटाखों में आग लगाई जाती है और वह तमाम कूड़ा कचरा बनकर बिखर जाता है जहां सबके पैर भी पड़ते हैं। जो हमारी आस्था पर ठेस है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
संगठन के लोगों ने देवी-देवताओं के प्रिंट पटाखों की बिक्री पर रोक लगाए जाने के साथ ही ऐसे व्यवसाइयों पर कार्रवाई किये जाने की मांग की गई है। हिन्दू संगठन के लोगों का कहना है कि यदि कार्रवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
व्यवसाय बढ़ाने देवी-देवताओं के चित्र प्रिंट सामानों की बिक्री
पटाखा के अलावा अन्य कई सामान हैं जिनके पैकेट में देवी-देवताओं के चित्र का प्रिंट रहता है। ऐसे पैकेट कूड़ा कचरा के ढेरों में पड़े रहते हैं। जो सचमुच हिन्दुओं की आस्था पर ठेस है। श्रृंगार के सामानों में भी देवी-देवताओं के प्रिंट मिल जाते हैं। वहीं अगरबत्ती के पैकेट सहित अन्य पैकेट बंद सामानों में देवी-देवताओं के प्रिंट कराए जाते हैं। जो बिल्कुल गलत है और इस पर कड़ाई से रोक लगाई जानी चाहिए।
हिन्दू आस्था के साथ मजाक
पैकेट में देवी-देवताओं के चित्र का प्रिन्ट हिन्दू आस्था के साथ बहुत बड़ा मजाक है। कहीं देवी-देवताओं के चित्र को उकेर दिया है और फिर गंदगी फैलाते रहते हैं। हिन्दू देवताओं के लिए कुछ बोल जाना सबके लिए सहज है। ऐसे लोगों पर पुलिस प्रशासन को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
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