Rewa Solar Power Plant के Extension की तैयारी, अब 1000 मेगावाट बिजली का होगा उत्पादन
Rewa News in Hindi / रीवा. रीवा जिले के गुढ़ में स्थापित सौर ऊर्जा पावर प्लांट (Rewa Solar Power Plant) में बिजली उत्पादन की क्षमता बढ़ाने की त;
Rewa News in Hindi / रीवा. रीवा जिले के गुढ़ में स्थापित सौर ऊर्जा पावर प्लांट (Rewa Solar Power Plant) में बिजली उत्पादन की क्षमता बढ़ाने की तैयारी है. इसके लिए प्रोजेक्ट के तौर पर काम भी शुरू कर दिया गया है. पहले Rewa Solar Power Plant में कुल 750 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था, अब इसे बढ़ाकर 1,000 मेगावाट किया जा रहा है.
निजी भूमियों के अधिग्रहण की तैयारी
जिले के गुढ़ तहसील अंतर्गत बदवार में स्थापित Rewa Ultra Mega Solar Power Plant में बिजली उत्पादन की क्षमता 750 मेगावाट है, जिसका उत्पादन भी शत प्रतिशत हो रहा है. अब इसके Extension की तैयारी की जा रही है. जिसके लिए आसपास की निजी भूमियों के अधिग्रहण की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है.
1,000 मेगावाट बिजली का होगा उत्पादन
अभी तक रीवा के सोलर पावर प्लांट में तीन कंपनियों के माध्यम से 750 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा था. तीनों कंपनियां 250-250-250 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रही हैं. नवीन और नवीनीकरण ऊर्जा विभाग के अधिकारियों की मानें तो अब इसमें 250 मेगावाट बिजली का और उत्पादन किया जाना सुनिश्चित किया गया है. इसके बाद इस प्लांट में बिजली का कुल उत्पादन 1,000 मेगावाट हो जाएगा.
जुलाई माह में प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने किया था लोकार्पण
इसी वर्ष के जुलाई माह में Rewa Solar Power Plant का लोकार्पण देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. कोरोना काल होने की वजह से प्लांट का लोकार्पण वीडियो कॉन्फरेंसिंग के माध्यम से किया गया था. प्रधानमन्त्री ने बंजर भूमियों के बीच लगे इस प्लांट को सोलर एनर्जी का मॉडल प्रोजेक्ट बताया था.
7 साल की मासूम के साथ गैंगरेप, हत्या के बाद लिवर निकालकर चाचा-चाची को खिलाया
क्योंटी में भी 350 मेगावॉट का होगा स्थापित
बदवार पहाड़ में 750 मेगावॉट का सोलर पॉवर प्लांट सफलता पूर्वक स्थापित किए जाने के बाद अब रीवा जिले में ही क्योंटी के पास भी बंजर भूमि को चिन्हित किया गया है. यहां पर करीब 350 मेगावाट की इकाई स्थापित करने की तैयारी है. यहां पर 728.361 हेक्टेयर भूमि को चिन्हित किया गया है. जिसमें 17.603 हेक्टेयर वनभूमि का हिस्सा भी शामिल है. सरकार के स्तर से इसकी स्वीकृति मिल गई है.
प्रक्रिया अभी प्रारंभिक चरण में है, इसलिए यह कहना जल्दबाजी होगी कि कितनी भूमि में एक्सटेंशन होगा. सर्वे किया जा रहा है उसकी रिपोर्ट के आधार पर प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा. - एसएस गौतम, कार्यपालन यंत्री- नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग