छिंदवाड़ा से नकुलनाथ ने खुद को लोकसभा चुनाव का प्रत्याशी घोषित किया, कहा - कमलनाथ नहीं लड़ेंगे
2019 के चुनाव में नकुलनाथ ने भाजपा के उम्मीदवार को हराया था। इस चुनाव में एमपी की 29 में से 28 लोकसभा सीटें BJP के खाते में आई थी, जबकि एक मात्र छिंदवाड़ा लोकसभा सीट कांग्रेस ने जीती थी।
छिंदवाड़ा: कांग्रेस सांसद नकुलनाथ ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र के परासिया में आभार सभा को संबोधित करते हुए घोषणा की कि वे इस बार भी छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी मंच पर मौजूद थे।
नकुलनाथ ने कहा, "इस बार भी लोकसभा चुनाव के लिए मैं आप लोगों का उम्मीदवार रहूंगा। ये अफवाहें चल रही हैं कि कमलनाथ चुनाव लड़ेंगे या नकुलनाथ लड़ेंगे। मैं ये स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि कमलनाथ जी नहीं लड़ेंगे, मैं लड़ूंगा। कमलनाथ जी का पूरा सहयोग रहेगा, पूरा सपोर्ट रहेगा, पूरा मार्गदर्शन रहेगा।"
उन्होंने कहा, "मुझे आप सभी से यही उम्मीद है कि 42 साल आपने कमलनाथ परिवार का साथ दिया है। अपना प्यार और आशीर्वाद दिया है। मुझे पूरी उम्मीद है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में आप वही प्यार, वही विश्वास और वही आशीर्वाद नाथ परिवार को देंगे।"
2019 के चुनाव में, नकुलनाथ ने भाजपा के उम्मीदवार को हराया था। इस चुनाव में एमपी की 29 में से 28 सीटें BJP के खाते में आई थी, जबकि एक मात्र छिंदवाड़ा लोकसभा सीट कांग्रेस ने जीती थी।
विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा की थी
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे और छिंदवाड़ा से कांग्रेस सांसद नकुलनाथ ने विधानसभा चुनाव के दौरान भी मंच से ही कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा की थी। यह उनकी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा माना जाता है।
अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन की अपील
कांग्रेस सांसद नकुलनाथ ने लोगों से अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करने की अपील की। उन्होंने कहा, "मैं आप सभी श्रद्धालु भक्तों से आग्रह करना चाहता हूं कि आप जल्द से जल्द अयोध्या जाएं और प्रभु श्री राम के दर्शन करें।" नकुलनाथ ने कहा कि विपक्षी पार्टी हम पर हमेशा धार्मिक नहीं होने का आरोप लगाती है, लेकिन हम आपको बता दें कि 12 साल पहले हमने सिमरिया में सबसे बड़ा विशाल हनुमान मंदिर बनाया है।
नकुलनाथ ने 37 हजार से ज्यादा वोटों से जीता था
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे थे। उन्होंने इस चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को 37500 मतों से हराया था।