एमपी के बड़वानी में सीने से जुड़ी जुड़वा बच्चियों ने लिया जन्म, हाथ पैर और सिर अलग-अलग
बड़वानी में एक ऐसी डिलीवरी हुई जिसे देखकर चिकित्सक और स्टाफ हैरान हैं। एक महिला के ऐसी जुड़वा बच्चियां पैदा हुई हैं जिनका सीना आपस में जुड़ा हुआ है।
बड़वानी में एक ऐसी डिलीवरी हुई जिसे देखकर चिकित्सक और स्टाफ हैरान हैं। एक महिला के ऐसी जुड़वा बच्चियां पैदा हुई हैं जिनका सीना आपस में जुड़ा हुआ है। जबकि हाथ-पैर और सिर दोनों के अलग-अलग हैं। डिलीवरी कराने वाले चिकित्सकों की मानें तो उनके अनुसार उनके कॅरियर में पहली बार ऐसी डिलीवरी देखने को मिली है। इस दौरान बच्चियों को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी जिसके चलते उनको इंदौर के लिए रेफर कर दिया गया है।
ऑपरेशन से हुई डिलीवरी
बताया गया है कि बड़वानी से लगभग 7 किलोमीटर दूर ग्राम रेहगुन निवासी महिला अनीता पत्नी आशु ने सोमवार रात तकरीबन 12.09 बजे जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया। रात में प्रसव पीड़ा होने पर डिलीवरी के लिए वे अपने गांव आए हुए थे। वह गुजरात में रहकर काम करते हैं। प्रसव पीड़ा के दौरान परिजन उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गए। जिस पर मामला गंभीर होने के कारण चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में चिकित्सकों द्वारा ऑपरेशन के जरिए उसकी डिलीवरी करवाई गई।
इंदौर किया गया रेफर
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. मनोज खन्ना ने बताया कि आपस में जुड़े बच्चों के जन्म के जन्म का बड़वानी जिले में यह पहला मामला है। ऑपरेशन के जरिए जुड़वा बच्चियों का जन्म हुआ जिनकी छाती आपस में जुड़ी हुई बताई गई हैं जबकि सिर-पैर व हाथ दोनों के अलग-अलग हैं। चिकित्सकों की मानें तो जन्म के उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो रही थी जिसके कारण उनको इंदौर के लिए रेफर कर दिया गया है।
ऑपरेशन से किया जा सकता है अलग
जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. लक्ष्मण अवास्या के मुताबिक रात को महिला का ऑपरेशन किया गया इस दौरान उसने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। दोनों जुड़वा बच्चियां जन्म के समय ठीक थीं। किन्तु उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी जिसके बाद उन्हें रेफर कर दिया गया है। एसएनसीयू के चिकित्सकों की मानें तो यह काफी दुर्लभ मामलों में से एक है जिनमें दो बच्चे आपस में जुड़े रहते हैं। ऐसे नवजात जिनके शरीर आपस में जुड़े रहते हैं उनको ऑपरेशन के जरिए ही अलग किया जा सकता है।