मंत्री बिसाहूलाल की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, मतदाता हुए नाराज लगाया...
मंत्री बिसाहूलाल की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, मतदाता हुए नाराज लगाया...अनूपपुर। मध्यप्रदेश विधानसभा में उपचुनाव चल रहा है। खाली हुई 25 सीटों में एक सीट (विन्ध)
मंत्री बिसाहूलाल की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, मतदाता हुए नाराज लगाया…
अनूपपुर। मध्यप्रदेश विधानसभा में उपचुनाव चल रहा है। खाली हुई 25 सीटों में एक सीट (विन्ध) अनूपपुर ज़िले की भी सीट शामिल है। कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए मंत्री बिसाहूलाल साहू चुनाव मैदान में हैं। ऐसे में उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
जनपद पंचायत अनूपपुर के ग्राम पंचायत दैखल में दो साल से आधी-अधूरी सडक़ निर्माण और कीचड़ से परेशान ४०० ग्रामीण अब रोड नहीं तो वोट नहीं की तैयारी में जुटे हैं। ग्राम पंचायत दैखल के वार्ड क्रमांक 4 व 5 से गुजरी मुख्य सडक़ को जोडऩे वाली सडक़ न बनने से परेशान ग्रामीण ८ अक्टूबर की सुबह सडक़ पर खड़े होकर रोड नहीं तो वोट नहीं की अलख जगाई है।
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ग्रामीणों का कहना है कि सडक़ 2 वर्ष पूर्व से प्रस्तावित है। जिसे तत्कालीन जप सीईओ अरुण भारद्वाज एवं इमरान सिद्धकी के द्वारा सडक़ का निरीक्षण कर पंचायत को तत्काल बनाए जाने के लिए निर्देशित किया था। लेकिन ग्राम पंचायत द्वारा अनदेखी कर सडक़ की ओर अब तक ध्यान नहीं दिया गया।
बरसात में यह सडक़ इतनी बदहाल और दलदली हो जाती है कि ग्रामीणों का मार्ग से गुजर पाना मुश्किल हो जाता है। यह मार्ग मोहल्ले से मुख्य मार्ग तक पहुंच के लिए एकमात्र सडक़ है। लेकिन आश्चर्य १५० मीटर लम्बी प्रस्तावित मार्ग के निर्माण में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ साथ ग्राम पंचायत लापरवाही बरत रही है।
ग्रामीण दिनेश गौटिया, पुरुषोत्तम केवट, नर्मदा सहीस, राम प्रकाश केवट, लाल सिंह, अभय लाल केवट सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि लगभग २० वर्ष पूर्व पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सडक़ निर्माण के लिए लगभग ४० मीटर तक गिट्टी गिराकर बिछाने का कार्य किया गया था, लेकिन कुछ ग्रामीणों के हस्तक्षेप पर विभाग ने सडक़ निर्माण से मनाही कर दी।
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इसके बाद जनपद पंचायत के दो सीईओ इमरान सिद्दकी और अरूण भारद्वाज ने भी ग्रामीणों की शिकायत पर गांव का निरीक्षण कर पंचायत को पीसीसी सडक़ निर्माण के निर्देश दिए। पंचायत ने सालभर पूर्व मुरूम भी बिछाया, लेकिन निर्माण से दूरी बना ली।
इसके बाद ग्रामीणों ने तहसीलदार को शिकायत कर सडक़ की दुर्दशा बताई। लेकिन 2 वर्ष से ज्यादा समय व्यतीत हो गए। अब तक सडक़ की किसी ने सुध न ली। जिससे नाराज होकर ग्रामीणों द्वारा सडक़ पर खड़े होकर रोड नहीं तो वोट नहीं का निर्णय लिया गया है। जब तक सडक़ नहीं बनाई जाएगी तब तक हम किसी भी दल को अपना मत नहीं देंगे। और जल्द ही शासन प्रशासन से सडक़ निर्माण कराए जाने की मांग करेंगे।
बॉक्स: कीचड़ में तब्दील सडक़ से कैसे गुजरे ग्रामीण
बताया जाता है कि सडक़ की दुर्दशा प्रति वर्ष बारिश के सीजन के दौरान देखने लायक बन जाती है, जहां कीचड य़ुक्त दलदली सडक़ से लोगों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो जाते हैं, जरूरत में ही लोग मोहल्ले से निकलते हैं। ग्रामीण दिनेश गौटिया ने बताया कि हमने सडक़ निर्माण के लिए कई बार पंचायत को कहा, सीओ भी आए निर्माण कार्य करने के लिए उन्होंने ग्राम पंचायत को कहा भी। लेकिन अब तक सडक़ का निर्माण कार्य नहीं किया गया है।
वर्जन:
ग्राम पंचायत से चर्चा हुई थी, उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य कराया जा रहा है। किन कारणों से बंद हुआ, जानकारी नहीं। लेकिन सडक़ बनाया जाना अत्यंत आवश्यक है।
रमेश सिंह परस्ते, पूर्व सरपंच
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