भूख से कटनी में तेंदुए की मौत, जबलपुर में हुआ पीएम
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कटनी (Katni) में भूख से एक तेंदुए की मौत हो गई। जिसका पोस्टमॉर्टम जबलपुर (Jabalpur) में किया गया है।
जबलपुर (Jabalpur) बीते दिनों कटनी (Katni) में तेंदुए की मौत हो गई। मौत का कारण जानने वन विभाग ने तेंदुए के शव को पीएम के लिए जबलपुर वेटरनरी कॉलेज (Jabalpur Veterinary College) ले जाया गया। जहां पीएम करने वाले डाक्टरो को पता चला है कि तेंदुए की मौत भूख की वजह से हुई है। डॉक्टरों की टीम ने विसरा सुरक्षित रख लिया है। वही तेंदुए का शव वन विभाग के सुपुर्द कर दिया है।
नहीं मिले चोट के निश
मृत तेंदुए के शव को लेकर कटनी से टीम जबलपुर वेटरनरी कालेज पहुंची। बताया जाता है कि तेंदुए का शव करीब दो दिन पुराना था। जांच कर रही कालेज की टीम के डॉक्टरों के तेंदुआ के शरीर पर कहीं भी चोट या करंट के निशान नहीं मिले हैं। उसके पेट में कुछ नहीं मिला है। इसकी वजह से मौत हो सकती है।
फॉरेंसिक एण्ड हेल्थ सेंटर की टीम ने किया पीएम
तेंदुए की मौत का असल कारण जानने के लिए मंगलवार को फॉरेंसिक एण्ड हेल्थ सेंटर की हेड शोभा जावरे, डॉ. यामिनी, डॉ. अमिता दुबे, डॉ. सोमेष सिंह, डॉ. केपी सिंह, डॉ. निधि राजपूत, डॉ. देवेंद्र पौधड़े ने तेंदुआ का पोस्टमॉर्टम किया। वही अभी पता लगाया जा रहा है कि आखिर तेंदुए ने कई दिनों कुछ क्यों नहीं खाया था।
तेंदुए की मौत वन विभाग के लिए काफी दुखद समाचार है। वन विभाग की कार्यप्रणाली पर पहले भी सवालिया निशान लगते रहे है। लेकिन तेंदुए की मौत ने जिले के वरिष्ठ अधिकारियो को भी चिंता में डाल दिया है।
इससे कही न कहीं वन विभाग की लापरवाही सामने आई हैं। क्या वन विभाग का मैदानी अमला घर बैठकर मोटी सैलरी ले रहा है। माना जाता है कि अगर तेंदुआ पहले से बीमार था तो इसकी जानकारी कैसे नहीं हुई।