दीपदान का विशेष महत्व होने के चलते यहां पहुंच रहे लाखो की संख्या में भक्त, भगवान की रहती है कृपा..
दीपदान का विशेष महत्व होने के चलते यहां पहुंच रहे लाखो की संख्या में भक्त, भगवान की रहती है कृपा..चित्रकूट। सतना जिले का चित्रकूट की धार्मिक
दीपदान का विशेष महत्व होने के चलते यहां पहुंच रहे लाखो की संख्या में भक्त, भगवान की रहती है कृपा..
चित्रकूट। सतना जिले का चित्रकूट की धार्मिक नगरी में लाखो भक्त पहुच कर दीपदान कर रहे है। भक्त कामता नाथ के दर्शन लाभ लेने के साथ ही परिक्रमा भी लगा रहे है। धनतेरस से दीवाली तक चित्रकूट में भक्तो के चलते रौनक बढ़ गई है।
12 वर्षो तक भगवान राम ने की थी तपस्या
यूपी और एमपी की सीमा पर स्थित चित्रकूट का स्थान अपने आम में रमणीय होने के साथ ही पवित्र स्थल है। शास्त्रो के मुताबिक भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण अयोध्या का राज पाठ छोड़कर 12 वर्षो तक चित्रकूट में ही रह कर वे तपस्वी जीवन व्यतीत किए थे। यही वजह है कि इस स्थान का तीर्थ स्थलों में काफी महत्वं है।
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दीपदान में पहुचते है भक्त
चित्रकूट में धनतेरस से दीवाली तक प्रतिवर्ष मेला लगता है। इस दौरान दूर दराज से भक्त यहां पहुच कर दीप जला रहे है। ऐसी मान्यता है कि दीप जलाने से तपस्वी रूप में रहे भगवान राम, सीता और लक्ष्मण जी की कृपा भक्तो में रहती है।