सीधी पुलिस ने सुलझाई एटीएम फ्रॉड की पहेली, पढ़िए पूरी खबर
सीधी (विपिन तिवारी ) । पुलिस अधीक्षक सीधी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय सीधी के कुशल निर्देशन तथा एसडीओपी सीधी के कुशल मार्गदर्शन में, कई बैंकों के एटीएम का पैसा लेकर भागे आरोपियों को सीधी पुलिस ने किया गिरफ्तार किया है।
क्या है पूरा मामला
फरियादी नीरज भट्ट पिता एल डी प्रसाद भट्ट उम्र 40 वर्ष ने थाना कोतवाली में आवेदन प्रस्तुत किया कि मै, सी. एम. एस. इन्फो सिस्टम्स लिमिटेड कंपनी में ब्रांच मैनेजर के पद पर जबलपुर ब्रांच में पदस्थ हूं। मेरी कंपनी एक राष्ट्रीय स्तर की कंपनी है। जो राष्ट्रीय और प्राइवेट बैंकों के लिए उनके निर्देशानुसार उनसे संबंधित बैंक एटीएम में राशि इन बैंकों से आहरित कर सुरक्षित परिवहन कर लोड करने का कार्य करती है।
सीधी लोकेशन में सतीश रावत और अनिल तिवारी निवासी सीधी करीब विगत 10 वर्षों से बतौर कस्टोडियन कार्य कर रहे हैं, जिनका कार्य सीधी में स्थित विभिन्न बैंकों से आहरित धनराशि का उनके विभिन्न 12 एटीएम में लोड करने का है। इस कार्य के अलावा कुछ बैंकों के बड़े ग्राहकों का केस पिकअप कर बैंकों में जमा कराने का कार्य भी करते थे। दिनांक 4 सितंबर 2020 को सूचना प्राप्त हुई कि सतीश रावत और अनिल तिवारी अपने कार्य में बिना सूचना दिए उपस्थित नहीं हुए और उन्होंने अपने अपने मोबाइल भी बंद करके रखे हैं ।
इस सूचना पर कंपनी के निर्देशानुसार मैं दिनांक 4 सितंबर 2020 की रात को ही अपनी टीम सहित सीधी पहुंचा सीधी में अनिल तिवारी और सतीश रावत के घर पहुंचकर इनके परिजनों से संपर्क कर इन के बारे में पता करने की कोशिश की किंतु कोई संतोषजनक उत्तर प्राप्त नहीं हुआ। जिस पर इन लोगों के अचानक लापता होने के कारण धनराशि में गड़बड़ी होने की आशंका हुई कंपनी के निर्देशानुसार कंपनी के ऑडिटर अभिषेक गुप्ता और बैंक का कास्टोडियन ओमप्रकाश।
राघवेंद्र श्रीवास की मदद से एक्सिस बैंक के एटीएम नंबर सीपीएन 65505 का ऑडिट करवाया गया जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है इस एटीएम में 3045000 की कमी पाई गई तब मेरे द्वारा लगभग दस अलग-अलग बैंकों के एटीएम का ऑडिट करवाने पर लगभग एक करोड़ 6821900 रुपए की कमी पाई गई कैश डिपाजिट पिकअप सर्विस के कार्य में भी इन दोनों कस्टोडियनो द्वारा 3 सितंबर 2020 को किए गए कैश पिक अप में भी गड़बड़ी की आशंका है इसका विवरण बैंकों से तस्दीक करने के उपरांत कराया जाएगा ।
आवेदन प्राप्त होने पर मामला गंभीर होने के कारण थाना प्रभारी कोतवाली उप निरीक्षक राजेश पांडेय द्वारा तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया जिस पर उनके निर्देशानुसार आरोपी सतीश रावत तथा अनिल तिवारी के विरुद्ध धारा 409 420 34 आईपीसी के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया एवं आरोपियों की खोजबीन शुरू की गई।जिसमें साइबर सेल सीधी के अथक प्रयास के बाद उपरोक्त दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से नगद 1529000 रुपए , एक नग हुंडई कंपनी की i 20 कार कीमती लगभग ₹600000 एक नग टीवीएस अपाचे मोटरसाइकिल कीमती लगभग ₹125000 तथा एक नग हीरो कंपनी की पैशन प्रो मोटरसाइकिल कीमती लगभग 85000 रू कुल लगभग 2339000/- रू का मशरूका जप्त किया जाकर, आरोपियों को पुलिस रिमांड में लिया गया है एवं पूछताछ जारी है।उपरोक्त समस्त कार्रवाई में, उप निरीक्षक आकाश सिंह राजपूत, उप निरीक्षक केदार परोहा प्रधान आरक्षक तिलकराज सेंगर , आरक्षक सुनील आलोक शिवा धीरज एवं महिला आरक्षक वर्षा पांडेय, तथा साइबर सेल सीधी से आरक्षक प्रदीप मिश्रा आनंद कुशवाहा एवं कृष्ण मुरारी द्विवेदी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।