एमपी: आशिक के साथ मिलकर बहू ने ससुर का घोंट दिया गला, वर्षों से चल रहा था प्रेम प्रसंग

Satna News: पारिवारिक मर्यादाओं और रिश्तों को तार-तार कर देना वाला मामला प्रकाश में आया है। एक बहू ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर ससुर का गला घोंट दिया।

Update: 2023-03-07 09:51 GMT

पारिवारिक मर्यादाओं और रिश्तों को तार-तार कर देना वाला मामला प्रकाश में आया है। एक बहू ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर ससुर का गला घोंट दिया। बहू का आशिक के साथ कई वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसका ससुर द्वारा लगातार विरोध किया जाता रहा किन्तु उसका यह विरोध उसे ही महंगा पड़ जाएगा यह नहीं पता था। मामला सतना जिले के रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र अंतर्गत रघुनाथपुर गांव का बताया गया है।

क्या है मामला

रामपुर बाघेलान अंतर्गत ग्राम रघुनाथपुर निवासी कृषक रामबली सिंह उम्र 72 वर्ष की गत 28 फरवरी को हत्या कर दी गई थी। जिसके गले में खरोंच के निशान मिलने के साथ ही नाक से खून बह रहा था। खेत में पड़े मिले शव की सूचना रामपुर थाना पुलिस को दी गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस ने अपनी जांच आगे बढ़ाई। इस दौरान मृतक से मिलने वाले और परिजनों को भी पुलिस ने रडार में ले लिया। तभी पुलिस को गांव के ही निवासी लाल प्रताप सिंह पिता उग्रसेन प्रताप सिंह और मृतक की बहू गुड्डन सिंह के बारे में जानकारी मिली। जिनसे पूछताछ करने पर पहले तो दोनों ने गोलमोल जवाब दिया। किंतु कड़ा रुख अपनाने पर सारी सच्चाई आइने की तरह स्पष्ट हो गई।

राह में रोड़ा बना तो कर दी ससुर की हत्या

इस संबंध में रामपुर थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी के मुताबिक मृतक रामबली सिंह और आरोपी लाल प्रताप सिंह के खेत अगल-बगल हैं। खेत में आने-जाने व उसकी देखरेख करने के दौरान गुड्डन सिंह 50 वर्ष को लाल प्रताप सिंह से मोहब्बत हो गई। जिनके बीच गत दस वर्षोें से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इनके नाजायज संबंध की भनक गुड्डन के ससुर रामबली को लग गई। जिस पर वह ऐतराज करने लगा। उसके द्वारा गांव और समाज के लोगों से भी इस पर बात की गई। इस दौरान रामबली उस खेत को ही बेचने की बात करने लगा जो कि लाल प्रताप सिंह के खेत से सटा हुआ था। ऐसे में बहू को यह लगा कि जब खेत ही नहीं रहेगा तो मुलाकात का जरिया ही समाप्त हो जाएगा। जिस पर बहू ने रास्ते के कांटे को ही हटाने का फैसला ले लिया।

ऐसे दिया घटना को अंजाम

आरोपियों के हवाले से पुलिस ने बताया कि गत 28 फरवरी को कृषक रामबली सिंह खेत पर गया हुआ था। जिस पर उसकी बहू गुड्डन सिंह द्वारा आशिक लाल प्रताप सिंह को फोन कर खेत पर बुलाया गया। जब वह मौके पर पहुंचे तो रामबली चारा काटने का काम कर रहा था। इस दौरान गुड्डन ने अपनी साड़ी रामबली के गले में लपेट दी। दोनों आरोपियों ने मिलकर फंदे को खींचा जिससे रामबली ने दम तोड़ दिया। इसके बाद दोनों घर आ गए और घटना से अनभिज्ञ बने रहे। किन्तु पुलिस की कड़ाई के आगे वह टूट गए और दोनों ने इस राज से पर्दा उठा दिया।

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