MP Nikay Chunav 2022: एमपी निकाय चुनाव पर भाजपा का बुकलेट वार, क्या सह पाएंगे विपक्षी दल?

नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा हो चुकी है। यहां पार्टी के सिंबल पर प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे।

Update: 2022-06-05 11:55 GMT

MP Nagariya Nikay Chunav News: मध्य प्रदेश नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा हो चुकी है। यहां पार्टी के सिंबल पर प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। चाहे पार्षद हो या महापौर सभी के प्रत्याशी किसी न किसी पार्टी का दामन अवश्य थामेगे। पार्टी के अपने प्रत्याशियों की जीत तय करने कोई कोर कसर छोड़ने वाली नहीं है। सभी पार्टियां प्रयासरत हैं। प्रयास के इसी मार्ग पर भाजपा अपने विरोधियों को परास्त करने बुकलेट वार की तैयारी कर चुकी है। देखना यह है कि भाजपा के इस बुकलेट बार को विपक्षी दल कितना सह पाते हैं और निकाय के मतदाता किसे कितना समर्थन देते हैं। भाजपा घर-घर बुलेटिन बांटने की तैयारी कर चुकी है। चुनाव भले ही नगर निगम का हो रहा है। लेकिन बुकलेट के माध्यम से बात दिल्ली तक की होगी।

भाजपा का मास्टर प्लान

इसे भाजपा का मास्टर प्लान भी बताया जा रहा है। मतलब कहने का यह की अब बुकलेट भाजपा के नगरी निकाय चुनाव के उम्मीदवारों की पतवार बनने वाली है। भाजपा, मोदी सरकार 8 वर्ष पूरा होने पर तथा केंद्र और राज्य सरकार के कामों को एक बुकलेट में इकट्ठा कर जनता को परोसेगी।

अभी इस बुलेटिन की सफलता और असफलता पर बिल्कुल भी कुछ कहा नहीं जा सकता। क्योंकि क्या पता बुलेटिन का वार खाली न जाय। इतना असर हो जाए कि लोग भाजपा के अलावा किसी को वोट ना दें। लेकिन हम दुष्परिणामों से भी इत्तेफाक रखते हैं। लेकिन चर्चा बाद में करेंगे।

बुकलेट के प्रमुख बिंदु

  • बुकलेट दो अलग-अलग रंगों में छपाया गया है। जिसमें केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को शामिल किया गया है।
  • शिवराज सरकार की संबल योजना, लाडली लक्ष्मी योजना सहित अन्य कई योजनाओं को शामिल किया गया है।
  • इसी तरह केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ ही उज्वला जैसी योजनाओं के बारे में लिखा गया है।

6 और 13 को मतदान

मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव दो चरणों में होना है। जिसमें पहले चरण का चुनाव 6 जुलाई को और दूसरे चरण का चुनाव 13 जुलाई को होगा। पहले चरण के मतदान के परिणामों की घोषणा 17 जुलाई और दूसरे चरण के मतदान के नतीजे 18 जुलाई को घोषित किए जाएंगे। जानकारी के अनुसार प्रदेश में नगरी निकाय चुनाव के लिए 19977 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इस मतदान को संपन्न कराने के लिए 87 हजार 937 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

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