कुनो नेशनल पार्क में नए चीतों के बाद एमपी सरकार रचने जा रही नया कीर्तमान
एमपी में विज्ञान पर्यटन को बढ़ावा देते हुए साइंस सिटी और संभाग स्तर पर रीजनल साइंस सेंटर के निर्माण पर फोकस किया जायेगा।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा (Science and Technology Minister Omprakash Sakhlecha) ने जानकारी दी है कि मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की विज्ञान एवं प्रौद्योगिक नीति शीघ्र ही घोषित की जाएगी तथा राज्य में विज्ञान पर्यटन को बढ़ावा देते हुए साइंस सिटी और संभाग स्तर पर रीजनल साइंस सेंटर के निर्माण पर फोकस किया जाए।
बता दें इस दौरान मंत्री सखलेचा सोमवार को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद की कार्य समिति की 61वीं बैठक की अध्यक्षता कर संबोधित कर रहे थे। प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी निकुंज श्रीवास्तव भी उपस्थित थे। बैठक में अनेक महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
देश का प्रथम साइंटिस्ट मेमोरियल उज्जैन में बनेगा
एमपी कार्य-समिति में तय किया गया है कि विज्ञान के प्रसार में अग्रणी और प्राचीन उज्जैन नगर में देश के पहले साइंटिस्ट मेमोरियल (Scientific Memorial) की स्थापना की जाएगी। बताया गया कि युवा वैज्ञानिकों की एक प्रतियोगिता में इस तरह का प्रस्ताव आया है।
परिषद के महानिदेशक ने बताया कि देश में साइंस मेमोरियल तो हैं लेकिन उज्जैन के तारामंडल में साइंटिस्ट मेमोरियल बनाने का यह पहला प्रकरण है। परिषद ने प्रस्ताव पर तत्काल कार्य प्रारंभ करने की सहमति दी। इसी तरह विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए विज्ञान पर्यटन विकसित करने पर भी चर्चा की गई।
जबलपुर और उज्जैन में बनने वाले रीजनल साइंस सेंटर के कार्यों के अनुमोदन के दौरान तय किया गया है कि हर 300 किलोमीटर पर साइंस सेंटर और सम्भाग स्तर पर रीजनल साइंस सेंटर बनाये जाएंगे।