Sanjay Raut Arrest: ED ने संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया! क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला?
What is Patra Chawl Land Scam: पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में ED की टीम शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) के घर में छापेमारी कर रही है एवं सांसद से पूछताछ कर रही है. जानिए क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला...
What is Patra Chawl Land Scam: पात्रा चॉल जमीन घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस (Money Laundering Case) में ED की टीम शिवसेना सांसद संजय राउत (Shiv Sena MP Sanjay Raut) के घर में छापेमारी करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. ED सूत्रों का कहना है कि संजय राउत प्रवर्तन निदेशालय की टीम को जांच करने में सहयोग नहीं कर रहे थे, बल्कि बार-बार दखलंदाज़ी कर रहे थे. जिसके बाद ED ने संजय राउत को हिरासत में ले लिया। पात्रा चॉल जमीन घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED अन्य सांसदों से भी पूछताछ कर रही है. ईडी की टीम ने रविवार की सुबह साढ़े सात बजे संजय राउत के भांडुप स्थित बंगले 'मैत्री' में दबिश दी थी. बंगले में सांसद संजय राउत और उनके विधायक भाई सुनील राउत दोनों मौजूद थे. जानिए क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला...
क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामला (What is Patra Chawl Land Scam Case)
- ED के मुताबिक, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को पात्रा चॉल को पुनर्विकसित करने का काम मिला था. यह काम MHADA ने उसे सौंपा था. इसके तहत मुंबई के गोरेगांव में 47 एकड़ में पात्रा चॉल में 672 किरायेदारों के घरों पुनर्विकसित होने थे.
- ED के मुताबिक गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने MHADA को गुमराह किया और बिना फ्लैट बनाए ही यह जमीन 9 बिल्डरों को 901.79 करोड़ रुपये में बेच दी. बाद में गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने Meadows नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया और घर खरीदारों से फ्लैट के लिए 138 करोड़ रुपये जुटाए.
- जांच में सामने आया कि कंस्ट्रक्शन कंपनी ने गैरकानूनी तरीके से 1,034.79 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की. आगे चलकर उसने गैरकानूनी तरीके से ही इस रकम को अपने सहयोगियों को ट्रांसफर कर दी.
- ED के मुताबिक गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की सिस्टर कंपनी है. जांच में सामने आया कि HDIL ने करीब 100 करोड़ रुपये प्रवीण राउत के खाते में जमा कराए थे.
- 2010 में प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के खाते में 83 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे. इस रकम से वर्षा राउत ने दादर में एक फ्लैट खरीदा. ED की जांच शुरू होने के बाद वर्षा राउत ने माधुरी राउत के खाते में 55 लाख रुपये भेजे थे.
- ED के मुताबिक, प्रवीण राउत ने राकेश वधावन और सारंग वधावन के साथ मिलकर हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की हेराफेरी की है.
- ED ने प्रवीण राउत और उसके करीबी सुजीत पाटकर से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की थी. प्रवीण राउत और संजय राउत कथित तौर पर दोस्त हैं. वहीं, सुजीत पाटकर को भी संजय राउत का करीबी माना जाता है. सुजीत पाटकर संजय राउत की बेटी के साथ एक वाइन ट्रेडिंग कंपनी में पार्टनर भी है.
11 करोड़ की संपत्ति हो चुकी जब्त
यह मामला मुंबई के गोरेगांव इलाके में पात्रा चॉल से जुड़ा है. यह महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) का भूखंड है. इसमें करीब 1034 करोड़ का घोटाला होने का आरोप है. इस केस में संजय राउत की 9 करोड़ रुपए और राउत की पत्नी वर्षा की 2 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त हो चुकी है.
आरोप है कि रीयल एस्टेट कारोबारी प्रवीण राउत (Real estate businessman Praveen Raut) ने पात्रा चॉल में रह रहे लोगों से धोखा किया. एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस भूखंड पर 3000 फ्लैट बनाने का काम मिला था. इनमें से 672 फ्लैट पहले से यहां रहने वालों को देने थे. शेष MHADA और उक्त कंपनी को दिए जाने थे, लेकिन साल 2011 में इस विशाल भूखंड के कुछ हिस्सों को दूसरे बिल्डरों को बेच दिया गया था.
PMC बैंक घोटाले की जांच में उजागर हुआ मामला
2020 में महाराष्ट्र में सामने आए PMC बैंक घोटाले की जांच हो रही थी, तभी प्रवीण राउत की कंस्ट्रक्शन कंपनी का नाम सामने आया था. तब पता चला कि बिल्डर की पत्नी के बैंक खाते से संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को 55 लाख रुपए का कर्ज दिया गया था. ED की टीम इसी बात की जांच कर रही है कि ये ट्रांजेक्शन क्यों किया गया. आरोप है कि संजय राउत ने इसी पैसों से दादर में एक फ्लैट खरीदा था. प्रवीण राउत गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक हैं.