CM YOGI ADITYANATH के घर को बम से उड़ाने की मिली धमकी, सुरक्षा बढ़ाई गई

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM YOGI ADITYANATH) को धमकी दी गई है. इस बार धमकी देने वाले ने सीएम के घर को बम से उड़ाने की बात;

Update: 2021-02-16 06:24 GMT

लखनऊ. एक बार फिर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM YOGI ADITYANATH) को धमकी दी गई है. इस बार धमकी देने वाले ने सीएम के घर को बम से उड़ाने की बात कही है. इतना ही नहीं प्रदेश के 50 से अधिक जगहों को उड़ाने की भी धमकी दी गई है. जिसमें यूपी 112 की बिल्डिंग भी शामिल है. पुलिस के मुताबिक मैसेज में लिखा है, 'हम पूरे उत्तर प्रदेश में धमाके करेंगे और सरकार देखती रह जाएगी.' यह धमकी यूपी पुलिस की इमरजेंसी सर्विस यूपी 112 के व्हाट्सएप नंबर पर एक मैसेज भेज कर दी गई है. धमकी मिलने के बाद CM YOGI ADITYANATH के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. 

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तलाश में लगी पुलिस 

धमकी मिलने के बाद लखनऊ स्थित सीएम आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. साथ ही सीएम हाउस के आसपास के इलाकों की सघन तलाशी शुरू कर दी गई है. इसके लिए डॉग स्क्वाड एवं बम निरोधक दस्ता का सहारा लिया गया है. 

पहले भी मिल चुकी है धमकियां 

यह पहली बार नहीं है की उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी दी गई हो. इसके पहले भी दो बार CM YOGI ADITYANATH को ऐसी धमकियां मिल चुकी है. जिसमें दो अभियुक्तों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है. 

इसी तरह माह भर पूर्व भी CM YOGI ADITYANATH को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी, जिसमें महाराष्ट्र ATS ने मुंबई के चूनाभट्टी से 25 साल के कामरान अमीन खान को गिरफ्तार किया था. तब  कामरान अमीन ने पुलिस पूछताछ बताया था कि उसे योगी आदित्यनाथ को धमकी देने के एवज में एक करोड़ रुपये देने का वादा किया गया था. हालांकि कामरान पैसे ऑफर करने वाले शख्स का नाम नहीं बता सका था.

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यूपी पुलिस सक्रिय, जांच शुरू

मैसेज किसने भेजा, कहा से आया इसके लिए यूपी पुलिस सक्रिय हो गई है, एवं जांच शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री आवास के आस-पास कई और मंत्रियों के भी सरकारी आवास है.  इस संबंध में लखनऊ कनिश्नरेट ने बयान जारी करते हुए कहा है, 'उक्त प्रकरण में थाना गौतमपल्ली में अभियोग पंजीकृत कर क्राइम ब्रांच व साइबर सेल की टीम को अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु लगाया गया है. साथ ही वीआईपी एरिया की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है जिसकी मॉनिटरिंग पुलिस आयुक्त लखनऊ व अन्य वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं.'

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