Why The Moon Turns Red During Lunar Eclipse: चंद्रग्रहण के वक़्त चांद का रंग लाल क्यों हो जाता है?
चंद्रग्रहण में चांद का रंग लाल क्यों होता है: अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने बताया है कि लूनर एक्लिप्स के दौरान मून का कलर रेड क्यों हो जाता है
Blood Moon Reason: ग्रहों पर ग्रहण पड़ना एक सामान्य खलोगीय सर्कल है जो हर साल होते हैं. फिर भी यह खगोलीय घटनाएं पृथ्वी में रहने वाले इंसानों को रोमांचित करती हैं. 8 नवंबर 2022 के दिन इस साल का आखिरी चंद्रग्रहण (Last Lunar Eclipse Of 2022) पड़ने वाला है जो इसके बाद सीधा 2025 में ही दिखाई देगा।
साल के आखिरी चंद्रग्रहण को सम्पूर्ण रूप से देखा जा सकेगा। पृथ्वी से आप बर्फीले ग्रह अरुण (Uranus) को भी तब देख सकते हैं जब चन्द्रमा की चमक ग्रहण के कारण फीकी पड़ जाएगी।
नासा का चंद्रग्रहण वाला वीडियो
Lunar Eclipse Video By NASA
ब्लड मून क्यों होता है/ चांद का रंग लाल क्यों हो जाता है
Reason Behind Blood Moon In Hindi: NASA के अनुसार Lunar Eclipse तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चांद एक क्रम में आ जाते हैं. पृथ्वी की छाया पड़ने से चांद तक सूर्य का प्रकाश नहीं पहुंच पाता इस प्रक्रिया को Umbra कहते हैं. जब चांद Umbra में रहता है तब इसका रंग लाल यानी Blood Moon हो जाता है. यह घटना वैसी ही है जैसे हमें आसमान नीला और शाम नारंगी/लाल दिखाई देती है. इसे Rayleigh Scattering कहते हैं.
NASA कहता है की लाल रंग की लाइट आसमान में ज़्यादा तेज़ी से ट्रैवल करती है. चंद्र ग्रहण के दौरान, चंद्रमा लाल हो जाता है क्योंकि चंद्रमा तक पहुंचने वाला एकमात्र सूर्य का प्रकाश पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरता है। ग्रहण के दौरान पृथ्वी के वायुमंडल में धूल के कण या बादल अधिक होने पर चंद्रमा लाल हो जाता है।