भारत का प्रधान मंत्री बनने के लिए कौन सी डिग्री की जरूरत है? बताएं अरविंद केजरीवाल
अरविंद केरजीवाल पीएम मोदी को अनपढ़, अशिक्षित बताते हैं और कहते हैं कि देश का पीएम पढ़ा लिखा होना चाहिए
Which degree is needed to become the prime minister of India: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) कई सालों ने प्रधान मंत्री मोदी की शिक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं. पहली बार दिल्ली का सीएम बनते ही उन्होंने PM Modi की एजुकेशन पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए थे.
जिसके बाद बीजेपी ने गुजरात और दिल्ली यूनिवर्सिटी में पीएम मोदी की हुई शिक्षा की डिग्री दिखाई थी जिसे केजरीवाल ने झूठा बता दिया था. बहरहाल पीएम मोदी ने कई पुराने इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने पढाई नहीं की है. जब पीएम में पढाई नहीं की तो गुजरात और दिल्ली यूनिवर्सिटी की डिग्री कहां से आई? इसी मुद्दे को लेकर अरविंद केजरीवाल हर जगह, हर वक़्त सिर्फ पीएम मोदी की शिक्षा को लेकर आलोचना करते रहते हैं.
भारत का पीएम कितना शिक्षित होना चाहिए?
अरविंद केजरीवाल हमेशा पीएम मोदी को अशिक्षित और अनपढ़ कहते हैं. केजरीवाल का कहना है कि भारत का प्रधान मंत्री पढ़ा लिखा होना चाहिए। लेकिन उनके हिसाब से प्रधान मंत्री की शिक्षा का पैमाना क्या होना चाहिए ये कभी नहीं बताते।
पीएम मोदी को अनपढ़ और अशिक्षित कहने वाले अरविंद केजरीवाल को इन दोनों शब्दों के बीच का फर्क मालूम नहीं है. अनपढ़ का तातपर्य है जो पढ़-लिख नहीं सकता आसान भाषा में कहें तो अंगूठाछाप और अशिक्षित का मतलब होता है जिसने एडुकेशन नहीं लिया। जरूरी नहीं है कि अशिक्षित व्यक्ति अनपढ़ हो और यह भी जरूरी नहीं है कि IIT करके निकला शख्स सबसे बुद्धिमान हो और देश चला ले
केजरीवाल बताएं पीएम बनने के लिए कौन सी डिग्री होनी चाहिए
पीएम मोदी की शिक्षा में सवाल उठाने वाले और 'भारत का पीएम पढ़ा लिखा होना चाहिए' कहने वाले अरविंद केजरीवाल ये क्यों नहीं बता पाते कि भारत के प्रधान मंत्री को कितना पढ़ा-लिखा होना चाहिए? क्या वो IIT से पढ़ा होना चाहिए या डॉक्टर, इंजीनियर, MBA, अर्थशास्त्री, राजनीतिशास्त्री, B.COM, BSC, CA, ITI, ग्रेजुएट, प्रोस्ट ग्रेजुएट, Mphil या PHD होना चाहिए?
असल में भारत का संविधान नेताओं की शिक्षा को लेकर खुद स्पष्ट नहीं है. सरपंच, पार्षद, MP, MLA, मेयर, मिनिस्टर, सीएम पीएम बनने के लिए संविधान ने शिक्षा को जरूरी समझा ही नहीं और ना ही संविधान निर्माताओं ने जो खुद बहुत पढ़े-लिखे थे. तो फिर अरविंद केरजरीवाल देश के पीएम की डिग्री को लेकर चिंतित क्यों हैं?
भारत का प्रधान मंत्री बनने की योग्यता क्या है?
भारत का प्रधानमंत्री बनने की पात्रता में शिक्षा को जरूरी समझा ही नहीं गया तो केजरीवाल इतना बवाल क्यों मचाते हैं. अगर उन्हें भारत का पीएम कॉलेज से पढ़ा हुआ चाहिए तो पहले संविधान में पीएम पद की योग्यता वाले हिस्से को हटवाने की अपील दायर करनी चाहिए और उसके बाद किसी की शिक्षा पर सवाल खड़े करने चाहिए
बाकी देश का पीएम बनने के लिए भारतीय नागरिक होना, इंडियन वोटर लिस्ट में नाम होना, लोकसभा और राज्यसभा किसी एक का Member होना, उम्र 25 साल या उससे ज्यादा होना और कम से कम कम से कम 10 वीं कक्षा का पास होना अनिवार्य होता है.
जब संविधान 10वीं पास उम्मीदवार को पीएम बनने के लिए पात्र मानता है तो एक राज्य का सीएम प्रधानमंत्री की शिक्षा को लेकर सवाल कैसे खड़ा कर सकता है?