जानिए! रेलवे स्टेशन, जंक्शन, टर्मिनल और सेंट्रल में क्या अंतर है?
ट्रेन में सफर करने के दौरान आपको स्टेशनों में जंक्शन, टर्मिनल और सेंट्रल स्टेशन पड़ते हैं, आइये समझते हैं इनमें क्या अंतर हैं?
नई दिल्ली. ट्रेन में यात्रा के दौरान आपने रास्ते में पड़ने वाले स्टेशन (Railway Station), जंक्शन (Junction), टर्मिनल या टर्मिनस (Terminal or Terminus) और सेंट्रल (Central) पड़ते हैं. जैसे मैहर रेलवे स्टेशन, कटनी, गोरखपुर जंक्शन, कानपुर सेंट्रल, छत्रपति शिवजी टर्मिनल (CST). क्या आप जानते हैं कि इनमें क्या अंतर होता है? चलिए समझते हैं इन स्टेशन के बीच अंतर.
रेलवे स्टेशन (Railway Station)
रेलवे स्टेशन ऐसा स्टेशन होता हैं, जहां ट्रेनें आती हैं कुछ देर रूकती हैं और अगले स्टेशन के लिए चली जाती हैं. ऐसी जगह को रेलवे स्टेशन (Railway Station) कहा जाता है. उदाहरण, मैहर रेलवे स्टेशन आदि.
रेलवे जंक्शन (Railway Junction)
ऐसा स्टेशन जहां दो या दो से अधिक रेल मार्ग होते हैं उसे जंक्शन कहा जाता है. यानि ऐसे स्टेशन से गुजरने के बाद ट्रेन के लिए तीन अलग अलग दिशाओं के ट्रैक या रास्ते मिल जाते हैं. साथ ही स्टेशन में आने के लिए दो रास्ते होते हैं. ऐसे स्टेशन को रेलवे जंक्शन (Railway Junction) कहा जाता है. जैसे गोरखपुर जंक्शन, कटनी जंक्शन आदि.
रेलवे सेंट्रल (Railway Central)
वह स्टेशन जो बहुत बड़ा है जहां व्यस्तता ज्यादा हो और उस स्टेशन पर रेलों की बहुत ज्यादा संख्या में आगमन और प्रस्थान हो तो उसे सेंट्रल (Railway Central) स्टेशन कहा जाता है. इस स्टेशन को उस सिटी का सबसे महत्वपूर्ण स्टेशन माना जाता है. जैसे कानपुर सेंट्रल (Kanpur Central), चेन्नई सेंट्रल (Chennai Central) आदि.
रेलवे टर्मिनल या टर्मिनस (Railway Terminal or Terminus)
वह स्टेशन जहां रेलवे ट्रैक (Railway Track) समाप्त हो जाए या उस स्टेशन के आगे कोई ट्रैक (पटरी) नहीं हो तो उस स्टेशन को टर्मिनल या टर्मिनस (Railway Terminal or Terminus) कहा जाता है. इस स्टेशन के बाद में रेल को उसी दिशा में जाना पड़ता जिस दिशा से वह आई हो. जैसे, छत्रपति शिवाजी टर्मिनल (CST), लोकमान्य तिलक टर्मिनल (LTT), आनंद विहार टर्मिनल (AVT), हावड़ा टर्मिनल, बांद्रा टर्मिनल आदि.