ये हैं भारत की 13 सबसे अधिक भूतिया जगहें, इनके बारे में जानकर आपकी रूह कांप उठेगी
भारत में बहुत सी ऐसी जगहें हैं जिन्हे भूतिया (Haunted) माना गया है. इन जगहों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लोगों ने किसी शक्ति के होने का
भारत में बहुत सी ऐसी जगहें हैं जिन्हे भूतिया (Haunted) माना गया है. इन जगहों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लोगों ने किसी शक्ति के होने का एहसास किया है. आज हम आपको भारत की 13 ऐसी जगहों के बारे में बता रहें हैं, जो सबसे अधिक भूतिया मानी गई है... यह एक भयानक बावली है। पौराणिक कथाओं में भी इसका वर्णन है। कहा जाता है कि जब इसमें काला पानी भर जाता है तो यह लोगों को इसमें मरने के लिए मोहित करती है। यहां तक कि आज भी यहां लोग सूर्यास्त के बाद नहीं आते हैं। शिमला-कालका रोड पर टनल नम्बर 103 स्थित है। लोगों का मानना है कि वहां कई आत्माएं रहती हैं। यहां घनघोर अंधेरा रहता है और आपको ऐसा लगेगा कि कोई बात कर रहा है। कई बार लोगों ने यहां औरत की आत्मा को टहलते हुए देखा है। पश्चिम बंगाल के मार्सेस में कई बार घोस्ट लाइट्स का वर्णन होता है। मछुआरों से इस बारे में आप कई कहानियां सुन सकते हैं। उनका मानना है कि लाइट जलने के बाद आपको नहीं जाना चाहिए वरना मौत निश्चित है। इस स्थान के बारे में सन् 1800 में स्थानीय लोगों को पता चला कि यह रहस्यमयी और बेकार है, इसलिए इस जगह को लोगों ने छोड़ दिया। कहते है, यहां रूकने पर व्यक्ति गायब हो जाता है। ऐसा कई बार हुआ है। एक बार एक मंत्री गांव की सुंदर लड़की से शादी करना चाहता था, ग्रामीणों ने इसका विरोध किया, तो मंत्री ने उनका लगान दो गुना कर दिया। जिससे गांव वालों ने वह जगह छोड़ दी और तब से यहां कोई नहीं रहता, जो भी रहता है वह मर जाता है। कई लोग शायद यह बात नहीं जानते होगें कि जिसने ताज होटल को बनाया था, उसी वास्तुकार की मौत इसमें हो गई थी, और उसने खुद ही आत्महत्या की थी, क्योंकि वो जैसा डिजाइन बनाना चाहता था, वह डिजाइन बन ही नहीं पा रहा था। तब से यहां आने वाले कई गेस्ट मानते हैं कि वह अक्सर किसी की परछाई देखते हैं। गोवा के कैन्सुलिम चर्च में भूत रहते हैं, ऐसा यहां के स्थानीय लोगों का मानना है। कहा जाता है इस चर्च में कुछ पुर्तगाली राजाओं का मर्डर हो गया था और बाद में दो राजाओं ने आत्महत्या कर ली थी। सूरत के दुमस तट को डरावना स्थान माना जाता है। इस तट पर बहुत पहले लाशों को दफन करने के लिए लाया जाता था इसलिए यहां कई आत्माएं आज भी भटकती हैं। आप इस तट पर आकर फुसफुसाहट की आवाज सुन सकते हैं जबकि आपके आसपास कोई नहीं होगा। यह किला, महाराष्ट्र का सबसे बड़ा किला है जिसकी दीवारें, रहस्यमयी गाथाओं से भरी हुई हैं। कहा जाता है कि एक युवा राजुकमार को उसके ही रिश्तेदारों के द्वारा दीवारों के अंदर पटक कर मार डाला गया था। तब से आज तक राजकुमार की आत्मा वहां हर पूर्णिमा को मौत का बदला लेने आती है। इस डर से इस किले में कोई भी सूर्यास्त के बाद नहीं जाता है। राष्ट्रीय पुस्तकालय, कोलकाता में कई प्रकार की रहस्यमयी घटनाओं के बारे में सुनने को मिलता है। जो गार्ड यहां रात में ड्यूटी करते हैं, वह आपको कई प्रकार की ऐसी घटनाएं सुना सकते हैं। जिन मजूदरों की मौत यहां पुस्तकालय में हुई थी, उनके भूत इसी पुस्तकालय में रहते हैं। काफी समय पहले, एक छात्र इस पुस्तकालय में गया और फिर वहां से कभी वापस नहीं आया। कई लोग कहते हैं कि सुबह जब लाईब्रेरी खोलिए तो हर दिन काफी पेपर और सामान बिखरा हुआ पड़ा रहता है। हर कोई यहां के बारे में जानता है। इस इलाके में एक दो मंजिला इमारत है, जिसमें कई प्रेत आत्माएं रहती हैं। इस इमारत में अक्सर चार लोगों को बैठकर ड्रिंक करते हुए देखा गया है। यहां के स्थानीय लोगों को अक्सर ये नजारा देखने को मिलता है। कई बार लोगों ने ये भी देखा है कि लाल ड्रेस में कोई लड़की भी घर से बाहर निकलती है। अगर आपको ऐसा लगता है कि भूतों को सिर्फ खंडहर ही रास आते हैं तो आपको रामोजी फिल्म सिटी के बारे में जानना होगा। रामो जी फिल्म सिटी के कई होटलों में भूतों का निवास माना जाता है। स्थानीय लोगों का मानना है कि यह फिल्म सिटी निजाम सुल्तान की धरती पर बना है, जहां कई प्रकार की सजा देने वाली गतिविधियां हुई थीं। यहां कई बार लोगों को विचित्र छाया, उंगलियों के निशान और दरवाजों के अपने आप खुलने-बंद होने का आभास हुआ है। असम में जतिंगा घाटी, बहुत सुंदर और मनोरम दृश्यों वाली है लेकिन सितम्बर के महीने में हर अमावस रात को यहां भारी संख्या में रहस्यमयी रूप से पक्षी मर जाते हैं। ये पक्षी प्रवासी होते हैं लेकिन यहां से कभी वापस नहीं जाते हैं। इन पक्षियों का यहां आकर मरने के पीछे क्या कारण है, आज तक किसी को भी पता नहीं चला है। ऐसा कहा जाता है कि पुराने जमाने में एक तांत्रिक ने इस महल पर काला जादू कर दिया था और तब से भानगढ़ किला, भूतिया किला हो गया है। सूर्यास्त के बाद इस किले में लोगों का प्रवेश वर्जित है। इस किले के आसपास बने घरों की छतें नहीं रहती हैं। अगर उन छतों को बनवा दिया जाएं, तो अपने आप चटक कर टूट जाती हैं।