Holi 2022: होलिका ने ऐसी कौन सी साड़ी पहनी थी जिसमे आग नहीं लगती थी? इसका जवाब है किसी के पास?
Holi 2022: प्रहलाद के पिता हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन के साथ अपने बेटे को मारने का प्लान बनाया था और प्रहलाद को होलिका के गोद में बैठकर आग लगा दी थी.
Holi 2023: होली क्यों मनाई जाती है इसके पीछे की कहानी आपको मालूम होगी लेकिन फिर भी शार्ट में बता देते हैं- हुआ कुछ ऐसा था कि राजा हिरण्यकशप भगवान विष्णु से बहुत नफरत करता था लेकिन उसका बेटा प्रहलाद दिनभर भगवान विष्णु की आराधना करता था, हिरण्यकश्यप उसे मारने के लिए कई प्रयास करता लेकिन भगवान उसे हर समय बचा लेते थे. एक बार हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन और प्रहलाद की बुआ के साथ मिलकर प्लान बनाया और प्रहलाद का गेम ओवर करने के लिए ढेर सारी लकड़ियों में होलिका और उसकी गोद में प्रहलाद को बैठा दिया। प्रहलाद होलिका को बहुत मानता था इसी लिए वह उसके साथ बैठ गया.. अब लकड़ियों में आग लगती तो होलिका भी जल जाती इसी लिए उसे फायर प्रूफ साड़ी पहनाई गई थी, ऐसा कपडा जिसमे आग नहीं लगती। लेकिन जैसे ही लकड़ियों में आग लगी तो प्रहलाद ने उस साड़ी से खुद को लपेट लिया और होलिका उसी आग में भस्म हो गई.
इसी लिए तब से बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए हिन्दू धर्म के लोग होलिका जलाते हैं. अब अपना सवाल है कि आखिर होलिका ने ऐसी किस फेब्रिक की साड़ी पहनी थी जो आग लगने पर जलती नहीं थी. कहानी तो आपने सुनी लेकिन सवाल तो लाजमी है कि आखिर वह कौन सा कपडा था जिसमे आग नहीं लगती थी?
इसका जवाब ये हो सकता है
वैसे इस दुनिया में ऐसा कोई भी कपडा नहीं है जो 100% फायर प्रूफ हो. लेकिन कुछ ऐसे उन्नत किस्म के फेब्रिक हैं जिन्हे पहनने से आग की लपटों से बचा जा सकता है। ऐसे कपड़ों को इंलिश में Fire-resistant fabric और flame-retardant fabric कहा जाता है। मतलब ऐसे कपडा जिसमे आग नहीं लगती। लगती भी है तो जलने में बहुत समय लगता है.
आग प्रतिरोधी कपड़े अपने प्राकृतिक फाइबर बुनाई के कारण स्वाभाविक रूप से आग प्रतिरोधी हो सकते हैं, या गर्मी और आग का विरोध करने के लिए आग प्रतिरोधी रसायन के साथ इसे बनाया जा सकता है.
ऐसे कौन सा कपड़ा है जिसमे आग नहीं लगती
ऊन (Wool)
ऊन आमतौर पर सबसे ज्वाला प्रतिरोधी प्राकर्तिक फाइबर होता है. क्योंकी इसमें आग लगना मुश्किल होता है, ऐसा नहीं है कि ऊन को जलाया नहीं जा सकता लेकिन यह अन्य कपड़ों की तुलना में भस्म नहीं होता बल्कि सुलगता है. ऊन में आग लगने के बाद वह खुद से बुझ जाती है।
ऐक्रेलिक (Acrylic) पॉलिएस्टर (Polyester) औरनायलॉन (Nylon)
सिंथेटिक ऐक्रेलिक, पॉलिएस्टर और नायलॉन के कपड़े जलने पर खतरनाक हो सकते हैं, क्योंकि कपड़े के कपड़े के रूप में इस्तेमाल होने पर सामग्री पिघल सकती है और त्वचा पर जलन पैदा कर सकती है। इस खतरे के बावजूद, इन सिंथेटिक कपड़ों को आग प्रतिरोधी कपड़े माना जाता है, क्योंकि वे प्राकृतिक रेशों की तुलना में बहुत अधिक तापमान पर प्रज्वलन का विरोध करते हैं। उच्च तापमान का सामना करने की उनकी क्षमता बढ़ाने के लिए सिंथेटिक सामग्री को आग प्रतिरोधी रसायनों के साथ मिलाकर फायर प्रूफ बनाया जा सकता है।
केवलर (Kevlar) और नोमेक्स (Nomex)
केवलर और नोमेक्स ब्रांड नाम के कपड़ों में मजबूत, गर्मी प्रतिरोधी आर्मीड फाइबर का उपयोग किया जाता है। कपड़े शरीर के कवच और कानून प्रवर्तन के सदस्यों द्वारा पहने जाने वाले बुलेटप्रूफ निहित में उनके उपयोग के लिए जाने जाते हैं। केवलर और इसी तरह निर्मित कपड़े स्वाभाविक रूप से आग प्रतिरोधी होते हैं, किसी भी अन्य प्रकार के कपड़े से अधिक, और वे अक्सर वेल्डर और ग्लास ब्लोअर के लिए गर्मी प्रतिरोधी दस्ताने और अग्निशामकों के लिए सुरक्षात्मक कपड़े बनाने के लिए उपयोग किए जाते हैं
तो होलिका ने इन्ही में से एक कपडे से बनी साड़ी पहनी होगी, हो भी सकता है उस समय कुछ तकनीक से वह साडी बनाई गई हो जो आग के लपटों से जलती नहीं थी. खैर होलिका को उसके पाप की सज़ा वहीं मिल गई थी. और हिरण्यकश्यप को भगवान विष्णु के अवतार भगवान नरसिंह ने उसके पाप की सज़ा देदी थी.
आप सबको RewaRiyasat.com की तरफ से हैप्पी होली, खूब मजे करो लेकिन घर में फायर प्रूफ कपडा टेस्ट करने के लिए किसी की साड़ी मत जला देना।