CDS की नियुक्ति कैसे होती है? देश को इस पद की ज़रूरत क्यों है, और 2020 के पहले क्यों नहीं थी
CDS Appointment process: साल 2019 में पीएम मोदी ने इस पोस्ट की घोषणा की थी और कहा था CDS थल,जल और वायुसेना के अध्यक्षों से भी ऊपर की पोस्ट होगी, 1999 में हुए कारगिल युद्द के बाद इस पद को बनाने का प्रस्ताव आया था।
CDS Appointment process: देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद Chief Defense Staff का पद खाली हो गया है अब अलग CDS चुनने के लिए सरकार के पास एक से दो सैन्य अधिकारीयों के विकल्प हैं, खैर देश का अगला CDS कौन होगा इसपर हम बाद में चर्चा करेंगे पहले हम ये जानेंगे कि आखिर CDS पद होता क्या है? और इस पद की ज़रूरत देश को क्यों पड़ी, साल 2020 के पहले तक तो देश में कोई CDS पद था ही नहीं तो देश के पीएम ने नए पद की घोषणा क्यों की और हम ये भी जानेगें कि CDS की नियुक्ति होती कैसे हैं।
क्या होता है CDS (What Is CDS Post)
चीफ डिफेंस स्टाफ (Chief Defense Staff) यानी के CDS भारतीय सशस्त्र सेनाओं की स्टाफ कमेटी के प्रमुखों का भी सैन्य प्रमुख होता है, यानी की इंडियन आर्मी, नेवी और एयरफोर्स तीनों सेनाओं अध्यक्षों से भी बड़ा पद होता है। यह पद भारतीय सेना में सर्वोच्च रैंक वाला पद होता है। एक CDS देश केप्रधान मंत्री और रक्षामंत्री के प्रधान कर्मचारी अधिकारी और मुख्य सैन्य सलाहकार भी होता है।
CDS बनने के लिए क्या करना होता है (How To Become CDS)
अगर आपको भारत का CDS बनाना है तो सबसे पहले संघ लोक सेवा परीक्षा यानी के UPSC की परीक्षा को अच्छे अंकों से पास करना होगा, साथ ही ग्रैजुएशन पूरा होना चाहिए और उम्र 19 से 25 के बीच होनी चाहिए। UPSC की तरफ से भारतीय सैन्य अकादमी (IMA), अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (OTA), भारतीय नौसेना अकादमी (INA) और भारतीय वायु सेना अकादमी (AFA) में भर्ती की परीक्षा आयोजित होती है। परीक्षा पास करने के बाद आपका इंटरव्यू होता है तीनों विभागों की परीक्षा 300 नंबर की होती है।
चयन के बाद क्या होता है (CDS Training)
जब किसी अभ्यार्थी का भारतीय सैन्य अकादमी (IMA), अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (OTA), भारतीय नौसेना अकादमी (INA) और भारतीय वायु सेना अकादमी (AFA) में से किसी भी विभाग में चयन हो जाता है तो उसे ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता है। हर सेना में अलग-अलग ट्रेनिंग पीरियड होता है जैसे भारतीय सैन्य सेवा में अधिकारी बनने के लिए 18 महीने की ट्रेनिंग होती है जबकि नौसेना में 37 से 40 महीने और वायु सेना में 74 महीने की ट्रेनिंग होती है। इसके बाद सेना के प्रशासनिक और संगठनात्मक स्ट्रक्चर के विभिन्न पदों तक पहुंचते हुए अंत में CDS के पद पर पंहुचा जा सकता है। लेकिन इसके लिए आपको बहुत समय देना पड़ेगा। तीनों सेनाओं के सबसे होनहार अध्यक्षों में सबसे सीनियर अधिकारी को यह पद मिलता है।
CDS की नियुक्ति कौन करता है (Who Recruits CDS)
CDS की नियुक्ति करना सरल है लेकिन यह एक बड़ा डिसीजन होता है, तीनों सेवाओं में कोई भी कमांडिंग ऑफिसर यानी के सेना प्रमुख चीफ डिफेन्स स्टाफ के पद के लिए पात्र होता है। निकयुक्ति के लिए केंद्र सरकार को सैन्य अधिकारी की योग्यता-सह-वरिष्ठता के आधार पर CDS को नियुक्त करना होता है। CDS के कंधे पर 4 स्टार होते हैं।
अभी तक CDS पद क्यों नहीं था (why CDS Post was not there before 2020)
साल 2020 के पहले भारत दुनिया के शक्तिशाली देशों में एक मात्र ऐसा देश था जहां CDS पद था ही नहीं। 31 दिसंबर 2019 को देश के पहले CDS बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) ने चीफ डिफेन्स स्टाफ का पद संभाला था। दरअसल 1999 में दुश्मन देश पास्किस्तान के साथ हुए कारगिल वॉर के बाद CDS पद को लाए जाने का प्रस्ताव पेश किया गया लेकिन पिछली सरकार ने इस महत्वूर्ण पद को तवज्जो नहीं दी। एक CDS के होने से तीनों सेनाओं की ग्रुप वॉर पॉलिसी का बड़ा योगदान रहता है। कारगिल युद्द के दौरन ऐसा समझ में आया था कि थल सेना और वायुसेना के बीच वैसा सम्पर्क नहीं हो पाया और एक निर्णय नहीं लिया जा सका। बहरहाल उस युद्द में देश की सेना ने पाकिस्तान को यह बता दिया था कि देश की सेना के सामने पाकिस्तान की कोई औकात नहीं है।
देश की तीनों सेना के बीच बेलेंस बनाने के लिए और सैन्य सुधारों को ठीक तरह से लागू करने के लिए CDS पद की ज़रूरत को महसूस किया गया था। जब देश के पहला CDS जनरल बिपिन रावत को बनाया गया था तब तीनों सेनाओं के बीच का सामन्जस्य में सुधार देखने को मिला और तीनों सेनाओं में काफी तेज़ी से सुधार देखा गया।