एनकाउंटर में मारा गया कुख्यात अपराधी विकास दुबे, यहाँ जानिए 8 दिनों में क्या-क्या हुआ...
लखनऊ. आख़िरकार कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पुलिस एनकाउंटर में शुक्रवार की सुबह मार गिराया गया. विकास दुबे ने 2-3 जुलाई की दरम्यानी रात
लखनऊ. आख़िरकार कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर कर शुक्रवार की सुबह मार गिराया . विकास दुबे ने 2-3 जुलाई की दरम्यानी रात कानपुर में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या कर फरार हो गया था. उस पर उत्तरप्रदेश सरकार ने 5 लाख का इनाम रखा था. इसके बाद उसने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में सरेंडर कर दिया था.
कानपुर पुलिस के अनुसार यूपी एसटीएफ उसे उज्जैन से कानपुर ला रही थी, इस बीच शुक्रवार की सुबह लगभग 6:30 वाहन का एक्सीडेंट हो गया और वाहन पलट गया. इसका फायदा उठाते हुए विकास दुबे पुलिसकर्मियों की बन्दूक उठाकर भागने लगा और उन पर फायर करने लगा, इस पर पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया.
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एनकाउंटर के बाद उसे अस्पताल लाया गया जहाँ लगभग 8:30 बजे चिकित्सको ने उसे मृत घोषित कर दिया. हांलाकि इस कथित एनकाउंटर पर यूपी एसटीएफ कर काफी सवाल भी उठ रहें हैं. सोशल मीडिया में लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहें हैं. लोग पूंछ रहें हैं, जब अपराधी ने खुद सरेंडर किया तो वह भाग क्यों रहा था? इस पर कोई आधिकारिक जबाव पुलिस प्रशासन नहीं दे पा रहा है.
विकास दुबे के एनकाउंटर के साथ वे सब सवाल भी दब गए, जिसका जबाव सिर्फ वह ही दे सकता था. इतने सालों तक उसके अपराध पर पर्दा डालने वाले और उसे बढ़ावा देने वाले शायद ही अब सामने आ पाएंगे.
आइये जानते है कि 2-3 जुलाई की दरम्यानी रात के बाद से विकास की कहानी का आखिरी पन्ना लिखने के बीच 8 दिनों तक क्या क्या हुआ...
2 जुलाई 2020 (8 पुलिसकर्मियों की ह्त्या)
गुरुवार की रात कानपुर के बिकरू गांव में विकास दुबे के घर पुलिस टीम दबिश देने गई. यहां विकास ने जेसीबी मशीन रास्ते में लगाकर पुलिस का रास्ता रोका था और ऊंचाई से पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया था. इस हमले में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे और विकास दुबे फरार हो गया था.
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3 जुलाई 2020 (दो साथियों को मार गिराया, भारी मात्रा में हथियार भी मिलें)
विकास को पकड़ने को टीमें लगाई गईं और तीन जुलाई की सुबह पुलिस ने विकास के दो साथियों को बिकरू के पास जंगलों में मार गिराया. ये दोनों थे प्रेम प्रकाश पांडे और अतुल दुबे. इन दोनों के पास से हथियार भी बरामद हुए थे. प्रदेश के 75 जिलों में अलर्ट जारी किया.
सीएम योगी पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार को एक करोड़ की मदद, सरकारी नौकरी और पेंशन का ऐलान किया. चौबेपुर एसओ की भूमिका को संदिग्ध पाई गई.
4 जुलाई 2020 (विकास के घर और कारों को नष्ट किया, हथियार बरामद)
पूरे प्रदेश में विकास दुबे और उसके गुर्गों पर शिकंजा कसने के लिए टीमें लग गईं. आसपास के प्रदेशों को भी एलर्ट कर दिया गया. कानपुर प्रशासन और पुलिस ने बिकरू गांव में विकास के घर और कारों को नष्ट कर दिया और भारी मात्रा में असलहा, बम और बारूद बरामद किए.
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5 जुलाई 2020 (विकास पर ढाई लाख का इनाम)
विकास का काम देखने वाले जय बाजपेयी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. साथ ही विकास दुबे पर ढाई लाख इनाम घोषित हुआ.
6 जुलाई 2020 (डीआईजी एसटीएफ का तबादला)
शहीद सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा का एक पत्र सामने आया जिसमें उन्होंने चौबेपुर एसओ पर सवाल उठाए थे साथ ही डीआईजी एसटीएफ अनंत देव की भूमिका पर भी सवाल किए थे. इस पत्र के बाद अनंत देव का तबादला कर दिया गया था.
7 जुलाई 2020 (एसओ विनय तिवारी सस्पेंड)
पुलिस ने विकास दुबे के 15 साथियों के पोस्टर लांच करने के साथ यूपी के सभी जिलों में विकास के पोस्टर लगाए गए. विकास दुबे के लिए मुखबिरी के शक में चौबेपुर थाने के एसओ विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया.
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8 जुलाई 2020 (विकास के राइट हैंड अमर दुबे का एनकाउंटर)
बुधवार की तड़के सुबह यूपी पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में हमीरपुर में विकास दुबे का राइट हैंड कहा जाने वाला अमर दुबे एनकाउंटर में ढेर हो गया था. स मुठभेड़ में मौदहा इंस्पेक्टर मनोज शुक्ल व एसटीएफ सिपाही घायल हुए थे. वह विकास के साथ बंदूक लेकर हमेशा दिखता था. खास बात से है कि अमर दुबे की नौ दिन पहले ही शादी हुई थी. विकास दुबे के लिए मुखबिरी के शक में चौबेपुर थाने का सस्पेंड एसओ विनय तिवारी और सब-इंस्पेक्टर के के शर्मा गिरफ्तार हुए.
9 जुलाई 2020 (दो अन्य ख़ास अपराधियों का भी एन्काउंटर हुआ)
फरीदाबाद में गिरफ्तार किए गए विकास दुबे के खास प्रभात मिश्रा को यूपी पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कानपुर आ रही थी और इसी दौरान वह पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश करने लगा. जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की और प्रभात मिश्रा घायल हो गया. अस्पताल में उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
वहीं विकास दुबे का एक और करीबी प्रवीण उर्फ बउवा इटावा में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. इसी दिन विकास दुबे को उज्जैन पुलिस ने महाकाल मंदिर से अरेस्ट कर लिया और यूपी एसटीएफ की टीम उसे लेने गई.
Most Wanted Criminal Vikas Dubey / पुलिस एनकाउंटर में मारा गया विकास दुबे, आधिकारिक पुष्टि हुई
10 जुलाई 2020 (विकास की कहानी का आखिरी पन्ना)
शुक्रवार 10 जुलाई का दिन विकास दुबे की कहानी का आखिरी पन्ना था. उज्जैन से कानपुर लाते वक्त गाड़ी पलटने का फायदा उठाकर विकास दुबे ने पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की. जिसमें हुई मुठभेड़ में अपराधी विकास दुबे घायल हुआ जिसे अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया.
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