बिहार के कटिहार में बिजली की मांग कर रहे लोगों पर पुलिस ने गोली चला दी! 3 की मौत, दो की हालत गंभीर
कटिहार में बिजली के लिए प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने गोलियां चला दी
कटिहार में पुलिस फायरिंग: बिहार के कटिहार में पुलिस ने 3 लोगों की हत्या कर दी. और 5 लोगों को गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इन लोगों का सिर्फ इतना कसूर था कि ये नितीश कुमार सरकार से अपने गांव के लिए बिजली मांग रहे थे.
बताया गया है कि बुधवार की दोपहर बिजली विभाग से परेशान आम लोगों ने प्रखंड मुख्यालय का घेराव करने पहुंचे थे। प्रदर्शनकारियों ने बस्तौल चौक और बारसोई प्रखंड मुख्यालय का मुख्य मार्ग जाम कर लिया। इस दौरान सड़क से लोगों को हटाने के लिए पहुंची पुलिस से लोगों की बहस हुई और झूमा-झटकी के बाद पुलिसवालों ने प्रदर्शन कर रहे लोगों पर ओपन फायर कर दिया।
पुलिस के कई लोगों को गोली मारी, जिसमेतीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और २ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. लोगों का कहना है कि पुलिस ने 5 लोगों को गोली मारकर तीन लोगों की हत्या कर दी और दो लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया है। लेकिन पुलिस का कहना है कि सिर्फ एक की मौत हुई है. पुलिस के हिसाब से मरने वाले का नाम खुर्शीद आलम है जो 34 साल का था. वहीं 32 साल के नियाज आलम की हालत नाजुक है.
कटिहार में पुलिस ने की फायरिंग
बताया गया है कि नितीश कुमार सरकार की पुलिस ने आम लोगों पर इसी लिए फायरिंग कर दी क्योंकी वो अपनी जायज मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. क्षेत्र में सुबह 5 बजे से 11 बजे तक मेंटेनेंस कार्य के लिए बिजली आपूर्ति बाधित थी, जिसके कारण लोग परेशान हो गए थे. आक्रोशित जनता बिजली आपूर्ति की मांग को लेकर सड़क जाम कर रही थी. इसी लिए पुलिस ने गोलियां चला दी.
गोली मारने के आदेश किसने दिए ये तो कटिहार एसपी को भी मालूम नहीं है. वो इस मामले की जांच करने की बात कह रहे हैं. समझ से परे बात ये है कि अगर इस तरह के मामूली प्रदर्शन पर पुलिस आम लोगों की हत्या करेगी तो फिर आम लोग कैसे शांत बैठेंगे?
बीजेपी का कहना है कि नितीश कुमार पहले रोजगार मांगने वालों पर गोलियां चलवाते है और अब बिजली की मांग करने वालों पर भी फायरिंग करवा रहे हैं.