एमपी के 13सौ से अधिक मेडिकल स्टूडेंट इस वर्ष नहीं दे पाएंगे नीट पीजी एग्जाम

मध्यप्रदेश मेडिकल यूनिवर्सिटी द्वारा परीक्षा लेने के साथ ही रिजल्ट देने में देरी का खामियाजा अब छात्रों को भुगतना पड़ सकता है। प्रदेश के 13सौ से अधिक फ्रेशर मेडिकल स्टूडेंट नीट पीजी-2023 एग्जाम से वंचित हो जाएंगे।

Update: 2023-01-03 09:21 GMT

मध्यप्रदेश मेडिकल यूनिवर्सिटी द्वारा परीक्षा लेने के साथ ही रिजल्ट देने में देरी का खामियाजा अब छात्रों को भुगतना पड़ सकता है। जिसके कारण प्रदेश के 13सौ से अधिक फ्रेशर मेडिकल स्टूडेंट नीट पीजी-2023 एग्जाम से वंचित हो जाएंगे। नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन द्वारा नीट पीजी की संभावित तारीख 5 मार्च बताई गई है। किंतु फ्रेशर मेडिकल स्टूडेंट की इंटर्नशिप तक तक पूरी हो पाना मुश्किल है।

समय से नहीं हुए एग्जाम, रिजल्ट में भी देरी

सूत्रों की मानें तो प्रदेश के चार सरकारी मेडिकल कॉलेज के अलावा मेडिकल यूनिवर्सिटी से संबद्ध भोपाल और उज्जैन के एक-एक और इंदौर के दो प्राइवेट मेडिकल कॉलेज इसमें शामिल शामिल हैं जहां के छात्र नीट पीजी एग्जाम से वंचित होंगे। जिसके पीछे कारण यह माना जा रहा है कि 31 मार्च तक होने वाली एमबीबीएस फाइनल ईयर एग्जाम मई 2022 में समाप्त हुई थी। जिसके बाद रिजल्ट देने में भी दो माह से अधिक का समय लग गया। 25 जुलाई को जारी हुए रिजल्ट के बाद इंटर्नशिप प्रारंभ की गई। जो इस वर्ष 24 जुलाई तक चलेगी। ऐसे में यदि मार्च महीने में नीट पीजी एग्जाम आयोजित की जाएगी तो फ्रेशर मेडिकल स्टूडेंट इससे वंचित रह जाएंगे।

यहां के छात्रों पर पड़ेगा असर

नीट पीजी एग्जाम से 13सौ से अधिक फ्रेशर छात्र वंचित हो सकते हैं। इनमें इंदौर, भोपाल, जबलपुर ग्वालियर के सरकारी महाविद्यालयों के 150-150 छात्र, सागर और रीवा के 100-100 छात्र शामिल हैं। जबकि प्राइवेट महाविद्यालयों की बात की जाए तो चिरायु मेडिकल कॉलेज भोपाल के 150 छात्र, इंडेक्टस मेडिकल कॉलेज इंदौर के 150, अरविंदो मेडिकल कॉलेज इंदौर के 100, आरडी गार्गी उज्जैन के 150 छात्र हैं। यहां हैरान करने वाली बात यह है कि भोपाल की दो प्राइवेट मेडिकल यूनिवर्सिटी के 300 मेडिकल स्टूडेंट नीट पीजी की परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। क्योंकि यहां एग्जाम जल्दी कराए गए इसके साथ ही परिणाम जल्द देकर इंटर्नशिप भी समय से प्रारंभ करा दी गई थी। इन दोनों यूनिवर्सिटी में 150-150 सीटें हैं। जिनकी इंटर्नशिप 1 अप्रैल 2022 को प्रारंभ होकर 31 मार्च 2023 को खत्म हो जाएगी।

इनका कहना है

इस संबंध में एमपी जेडीए यूजी विंग डॉ. आकाश सोनी की मानें तो मार्च माह में यदि नीट पीजी एग्जाम 2023 का आयोजन हुआ तो फ्रेशर अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित हो जाएंगे। राज्य की चिकित्सा एजेंसी को एनबीई से बात कर इसके लिए बीच का रास्ता निकालना होगा जिससे फ्रेशर स्टूडेंटों को भी परीक्षा में शामिल होने का अवसर मिल सके।

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