Bhopal News : MCI से नहीं बनी बात तो फिर जूडा कर सकते हैं सामूहिक हड़ताल
विगत दो माह पहले हड़ताल करना जूनियर डॉक्टरों को भारी पड़ रहा है। जूनियर डॉक्टरों का नया रजिस्ट्रेशन होना है लेकिन एमसीआई ने इसके लिए जूडा के समक्ष माफी मागने की शर्त रखी है।
भोपाल (Bhopal News) : विगत दो माह पहले हड़ताल करना जूनियर डॉक्टरों को भारी पड़ रहा है। जूनियर डॉक्टरों का नया रजिस्ट्रेशन होना है लेकिन एमसीआई ने इसके लिए जूडा के समक्ष माफी मागने की शर्त रखी है। एमसीआई का कहना है कि अगर जूडा लिखित में माफी नहीं मागती है तो रजिस्टेशन की प्रक्रिया लटक जायेगी। वहीं रजिस्ट्रेशन करवाना जूडा की मजबूरी है। इन हालातों में माना जा रहा है कि अगर बीच को कोई रास्ता नही निकला तो जूडा एमसीआई पर दबाव बनाने एक बार फिर सामूहिक हड़ताल जैसा कदम उठा सकते हैं। सबसे बडी बात यह है कि एमसीआई ने मेडिकल कमीशन से सुझाव मांगे हैं। जब तक नेशनल मेडिकल कमीशन से कोई सुझाव नहीं आ जाता तब-तक इन चिकित्सकों का मप्र मेडिकल काउंसिल में पजीयन नहीं होगा। ऐसे में विवाद की नौबत आ जायेगी।
जूडा ने नहीं जताया खेद
आयुक्त चिकित्सा शिक्षा ने एक आदेश जारी किया है जिसमें कहा गया कि जूनियर डाक्टर दो माह पहले हडताल पर थे। 10 जून के अनुशासनात्मक समिति के सामने हाजिर हुए थे। उस समय किसी भी जूडा ने लिखित या मौखिक रूप से खेद नही जताया था। वही उनके व्यवहार से भी ऐसा प्रतीत नहीं हुआ उन्हे खेद हैं। किसी ने दोबार हड़ताल मे जाने का कोई वचन नहीं दिया।
नेशनल मेडिकल कमीशन से मांगा सुझाव
जूनियर डाक्टरों की हड़ताल वापसी की प्रक्रिया तथा उनके व्यवहार से निराश आयुक्त चिकित्सा शिक्षा ने जहां रजिस्ट्रेशन न करने के लिए कहा है। वहीं नेशनल मेडिकल कमीशन से सुझाव मांगा है। आयुक्त ने जूडा के हडताल के दौरान अपनाऐ गये हथकंडो के बार में भी नेशनल कमीशन को बताया है। वही एमसीआई ने रजिस्ट्रेशन के लिए रखी गई शर्त से भी कमीशन को अवगत कराया है। माना जारहा रहा है कि जूडा को लिखित में मांगने जैसी सर्त का समर्थन नेशनल मेडिकल कमीशन कर सकता है।