उपचुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस सतर्क, नगरीय निकाय में नहीं लेना चाहती रिस्क
उपचुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस निकाय चुनाव में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। वह फूंक-फूंककर कदम बढ़ा रही है। कांग्रेस ने
भोपाल: उपचुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस सतर्क, नगरीय निकाय में नहीं लेना चाहती रिस्क
भोपाल। उपचुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस निकाय चुनाव में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। वह फूंक-फूंककर कदम बढ़ा रही है। कांग्रेस ने अभी से पूर्व मंत्रियों और विधायकों को जिम्मेदारी सौंपने का काम शुरू कर दिया है।
इसी क्रम में पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया भोपाल, डा. विजयलक्ष्मी साधो इंदौर, हिना कावरे जबलपुर, बृजेंद्र सिंह राठौर ग्वालियर के प्रभारी नियुक्त किये गये हैं। इतना ही नहीं कमेटी में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, विधायक आरिफ अकील, आरिफ मसूद, अरुण श्रीवास्तव, मांडवी चैहान शामिल हैं।
प्रभारी व सह प्रभारी बनाये गये
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 12 नगर निगमों के लिए प्रभारी और सह प्रभारी भी मनोनीत किये हैं। इसमें मुरैना के लिये प्रियव्रत सिंह को प्रभारी एवं रश्मि पवार को सह प्रभारी बनाया गया है। इसी तरह सागर नगर निगम के लिये पीसी शर्मा प्रभारी और मनीष दुबे सह प्रभारी बनाये गये हैं।
रीवा नगर निगम के लिये हर्ष यादव प्रभारी एवं जमुना मरावी सह प्रभारी, सतना नगर निगम के लिये तरुण भनोत प्रभारी और पदमा शुक्ला सह प्रभारी, कटनी के लिए कमलेश्वर पटेल प्रभारी और पुष्पा बिसेन सहप्रभारी, छिंदवाड़ा के लिये सुखदेव पांसे प्रभारी और नेहा सह प्रभारी, देवास के लिऐ उमंग सिघार प्रभारी व यास्मीन शेरनी सह प्रभारी, बुरहानपुर के लिए सुरेंद्र बघेल प्रभारी और छाया मोरे सह प्रभारी मनोनीत किये गये हैं।
तीन दिवसीय दौरे पर आएंगे मुकुल वासनिक
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और मध्यप्रदेश के प्रभारी मुकुल वासनिक 16 दिसंबर से मध्यप्रदेश के प्रवास पर आ रहे हैं। इस दौरान वह भोपाल, जबलपुर, रीवा और सागर संभाग मुख्यालय पर जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। उम्मीदवारों के चयन को लेकर हर जिले में अलग-अलग कमेटियों का गठन किया गया है।