मुरैना के देवरी घड़ियाल संरक्षण केन्द्र द्वारा 30 घड़ियालों को चंबल नदी में छोड़ा गया। मई 2020 में इन घड़ियालों के अंडों को संरक्षण केन्द्र लाया गया था।