विराट कोहली का ऐलान, T-20 वर्ल्ड कप के बाद छोड़ देंगे कप्तानी

विराट कोहली ने टी-20 की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया है. वे टी20 वर्ल्ड कप के बाद कप्तानी छोड़ देंगे.;

Update: 2021-09-16 13:30 GMT

विराट कोहली 

तीनों फॉर्मेट में भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) की कप्तानी सम्हालने वाले विराट कोहली (Virat Kohli) ने गुरुवार को बड़ा ऐलान किया है. वे इस टी-20 वर्ल्ड कप (ICC T-20 World Cup 2021) के बाद टी-20 की कप्तानी छोड़ देंगे. 

हाल ही में उनके कप्तानी को छोड़ने की खबर आ रही थी. जिसका BCCI ने खंडन भी किया था. लेकिन अचानक से विराट कोहली ने टी-20 वर्ल्ड कप (ICC T-20 World Cup 2021) के बाद कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया है. 

उन्होंने बताया कि कोच रवि शास्त्री, साथी रोहित शर्मा और टीम के अन्य सदस्यों से सलाह मशवरा कर उन्होंने टी-20 की कप्तानी छोड़ने का फैंसला लिया है. हांलाकि विराट टीम के साथ बनें रहेंगे.


विराट कोहली

अपने फैंसले से BCCI को अवगत कराया

विराट ने बताया कि उन्होंने अपने फैंसले से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) और सचिव जय शाह को अवगत करा दिया है. कप्तानी छोड़ने के पीछे उन्होंने कार्यभार प्रबंधन का हवाला दिया है. अब देखना यह होगा कि ICC T-20 World Cup 2021 के बाद टीम की कप्तानी कौन सम्हालेगा, हांलाकि इस मामले में रोहित शर्मा का नाम सबसे आगे आ रहा है.  

क्या कहा कप्तान विराट कोहली ने 

विराट कोहली ने सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में कहा, "मैं न केवल भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए भाग्यशाली रहा हूं बल्कि अपनी पूरी क्षमता के साथ भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व भी कर रहा हूं. मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में मेरी जर्नी में मेरा समर्थन किया है. मैं खिलाड़ियों, सहयोगी स्टाफ, चयन समिति, मेरे कोच और हर भारतीय जो हमारी जीत के लिए खेले, उनके बिना नहीं कर सकता था."

उन्होंने कहा, "वर्कलोड को समझना एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात है और पिछले 8-9 वर्षों में सभी 3 प्रारूपों में खेलने और पिछले 5-6 वर्षों से नियमित रूप से कप्तानी करने पर अत्यधिक कार्यभार को देखते हुए, मुझे लगता है कि मुझे टेस्ट और वनडे क्रिकेट में भारतीय टीम की अगुवाई करने के लिए पूरी तरह से तैयार होने के लिए खुद को स्थान देने की जरुरत है."

कोहली ने कहा, "मैंने टी-20 कप्तान के तौर पर अपने दौर में टीम को सब कुछ दिया है और आगे बढ़ते हुए एक बल्लेबाज के तौर पर टी-20 टीम के लिए मैं ऐसा करना जारी रखूंगा."

"बेशक, इस निर्णय पर पहुंचने में बहुत समय लगा. मेरे करीबी लोगों, रवि भाई और रोहित, जो नेतृत्व समूह का एक अनिवार्य हिस्सा रहे हैं, के साथ बहुत चिंतन और चर्चा के बाद, मैंने अक्टूबर में दुबई में इस टी-20 वर्ल्ड कप के बाद टी-20 कप्तान के रूप में पद छोड़ने का फैसला किया है."

"मैंने चयनकर्ताओं के साथ सचिव जय शाह और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली से भी बात की है. मैं अपनी पूरी क्षमता से भारतीय क्रिकेट और भारतीय टीम की सेवा करना जारी रखूंगा."

विराट कोहली का पत्र 

रोहित शर्मा को कप्तानी सौंपने का सुझाव 

विराट कोहली ने टी-20 की कप्तानी छोड़ने के साथ अपने साथी और टीम इंडिया के उपकप्तान रोहित शर्मा को कप्तान बनाने का सुझाव दिया है. उन्होंने रोहित शर्मा के लीडरशिप की तारीफ़ भी की है. रोहित ने बतौर कप्तान 19 टी20 मैचों में टीम इंडिया का जिम्मा सम्हाला है. जिसमें से भारत को 15 मैचों में जीत और महज 4 में हार का सामना करना पड़ा है. रोहित की कप्तानी में जीत का प्रतिशत 78.94 रहा है.

45 T-20 मैचों में विराट ने कप्तानी की

विराट कोहली अब तक 45 T-20 मैचों की कप्तानी कर चुके हैं. जिसमें से 25 मैचों में टीम इंडिया को जीत एवं 14 मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा है. 2 मुकाबले टाई एवं दो मुकाबले बेनतीजा रहें हैं. विराट की कप्तानी में भारत के जीत का प्रतिशत 65.11 रहा है. 

धोनी और तेंदुलकर ने भी छोड़ी थी कप्तानी

माना जाता है कि कप्तानी के दवाब के चलते कप्तानी करने वाले खिलाड़ी का खुद का खेल प्रभावित होने लगता है. सिर्फ कोहली ही नहीं है जिन्होंने बल्लेबाजी पर फोकस करने के लिए कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया है. इसके पहले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और एमएस धोनी (MS Dhoni) भी ऐसा कर चुके हैं.

फिसड्डी साबित हुए तो सचिन ने छोड़ दी कप्तानी

सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) अपनी कप्तानी (Captaincy) में काफी मैच गवां चुके थें इस वजह से उन्होंने कप्तानी सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) को दे दी थी. तेंदुलकर को 1996 में कप्तानी मिली थी. तेंदुलकर की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने 76 ODI मैच खेले थें, जिसमें से महज 23 मैच ही वे टीम को जीता पाएं, जबकि 43 मैचों में हार का सामना करना पड़ा था. इसी तरह उनकी कप्तानी में 25 टेस्ट मैच खेले गए, जिसमें से 4 मैच में भारत की जीत हुई जबकि 9 मैच गवां दिए. इसके बाद उन्होंने 2000 में कप्तानी छोड़ दी थी.

बैटिंग पर फोकस करने एमएस धोनी ने छोड़ी कप्तानी

भारत को दो वर्ल्ड कप के साथ सभी ICC ट्रॉफी जिताने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने अपनी बैटिंग पर फोकस करने के लिए कप्तानी छोड़ कर विराट कोहली को सौंप दी थी. एमएस धोनी (MS Dhoni Captaincy) ने लम्बे समय तक भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व किया. लिमिटेड ओवर्स में एमएस 2007 से 2017 तक कप्तानी की जबकि टेस्ट मैच में 2008 से 2014 तक. इसके बाद से भारतीय टीम की कप्तानी विराट कोहली सम्हाल रहें हैं.

ICC टूर्नामेंट्स में विराट ने किया निराश

विराट कोहली (Virat Kohli) दुनिया के बेहतर बल्लेबाजों में गिने जाते हैं. उनके स्टैट्स और रिकॉर्डस वर्ल्ड क्रिकेट में उनकी बल्लेबाजी की गाथा लिखते जा रहें हैं. ICC टूर्नामेंट्स छोड़कर (Virat Kohli Captaincy) उनकी कप्तानी में भारतीय टीम का प्रदर्शन भी उम्दा रहा है. लेकिन ICC टूर्नामेंट्स में विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने निराश किया है. विराट कोहली ने अपनी कप्तानी में 3 ICC टूर्नामेंट्स का नेतृत्व किया, जिसमें 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी (फाइनल में हारी भारत), 2019 में वनडे वर्ल्ड कप (सेमीफइनल में हारी भारत) और 2021 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारत को हार झेलनी पड़ी थी. इसके अलावा अन्य टूर्नामेंट्स में विराट ने कप्तानी में भी रिकॉर्ड बनाए हैं.

कोहली की बल्लेबाजी पर पड़ रहा असर

तीनों फॉर्मेट में कप्तानी के दबाव के चलते विराट कोहली की बल्लेबाजी पर असर पड़ रहा है. कोहली ने टेस्ट में अपना आखिरी शतक 2019 नवंबर में बनाया था. कोहली को भी लगता है कि सभी फॉर्मेट में उनकी बल्लेबाजी को बेहतर बनाने के लिए उस पर फोकस करने की जरूरत है. वहीं 2022 और 2023 के बीच टीम इंडिया को दो वर्ल्डकप (ODI और T-20 World Cup) भी खेलने हैं. ऐसे में उनके लिए और टीम इंडिया (Team India) के लिए भी जरूरी है कि वह अपनी बल्लेबाजी पर फोकस करें. कोहली भी मान रहे हैं कि तीनों फॉर्मेट की कप्तानी की जिम्मेदारी उनकी बल्लेबाजी पर भारी पड़ रही है.

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