रैगांव विधानसभा उपचुनाव: बागरी परिवार के विरासत पर बगावत के तेवर, घर के 5 लोगो ने चुनाव में ठोकी दावेदारी
Raigaon assembly by-election: सतना (Satna) के रैगांव में विरासत के लिए बगावत के तेवर।
सतना (Satna) रैगांव विधानसभा उपचुनाव सतना (Satna) के रैगांव में विरासत के लिए बगावत के तेवर सामने आ रहे है। जंहा बागरी परिवार के 5 लोगो ने चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी ठोक दी है। दरअलस पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ विधायक रहे जुगल किशोर बागरी (Jugal Kishore Bagri) के निधन से रिक्त हुई रैगांव विधानसभा सीट पर उप चुनाव में उनके ही परिवार के 5 लोगों ने चुनाव लड़ने के लिए आवेदन फार्म भरा है।
बागरी परिवार के इन्होने भरे फार्म
रैगांव उपचुनाव (Raigao Vidhan Sabha Election) के लिए बागरी परिवार से जिन्होने ने फार्म भरा है उनमें पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक रहे जुगल किशोर बागरी के बड़े बेटे पुष्पराज बागरी (Pushpraj Bagri) तथा उनकी छोटी बहू वंदना ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा, जबकि रिश्ते के भतीजे व पूर्व विधायक धीरू बागरी सपा से पर्चा दाखिल किए है। वही रिश्ते की बहु रानी बागरी ने भी अपना नामांकन फार्म भरा है।जबकि भारतीय जनता पार्टी ने अपने दिवंगत नेता जुगुल किशोर की बागडोर को सम्हालने के लिए उनकी छोटी बहू की भतीजी प्रतिमा बागरी को भाजपा से टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है।
परिवार में मुकाबला
रैगांव के रण में नामांकन जमा करने के आखिरी समय तक जो स्थित उभर कर सामने आई है, उसमें भाजपा का मुकाबला कांग्रेस से कहीं ज्यादा बागरी परिवार से ही होता नजर आता है। 5 ऐसे सदस्य मैदान में एक-दूसरे के खिलाफ लड़ने को तैयार हैं, जिनके पारिवारिक रिश्ते हैं। बहरहाल फैसला तो जनता के हाथ में है कि वे आने वाले 30 अक्टूबर को कौन से प्रत्याशी को अपना पसंद बनाते है। भाजपा अपनी सीट को कायम रखपाती है या फिर एक ही परिवार के 5 लोगो के चुनाव मैदान में आने से बिसात बदलती है। यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन जिस तरह से अभी तक में उम्मीदवारी सामने आई है, उससे चुनावी समीकरण बदला हुआ नजर आ रहा है।