एमपी के सतना में कैदी कर रहे पढ़ाई, प्रोफेशनल कोर्स का बढ़ा क्रेज
MP Satna News: भोज विवि का अध्ययन केन्द्र खुलने से कैदियों में प्रोफेशनल डिग्री और डिप्लोमा लेने का क्रेज काफी तेजी से बढ़ा है।
MP Satna News: जेल में सजा काट रहे कैदियों के लिए यह किसी सुधारगृह से कम नहीं होता। शायद यही कारण है कि जेल को सुधार गृह भी कहा जाता है। इसी कड़ी में केन्द्रीय जेल सतना में सजा काट रहे कई कैदी ऐसे भी हैं जो कि उच्च शिक्षा ग्रहण कर अपने जीवन की दशा बदल रहे हैं। बीते सत्र में भोज विवि का अध्ययन केन्द्र खुलने से कैदियों में प्रोफेशनल डिग्री और डिप्लोमा लेने का क्रेज काफी तेजी से बढ़ा है। जेल अधीक्षक अखिलेश सिंह तोमर की माने तो कैदी अक्षर ज्ञान से लेकर एमबीए तक की पढ़ाई कर रहे हैं।
केस- 1
नाम- योगेन्द्र सिंह 32 वर्ष
अपराध- हत्या
सजा- आजीवन कारावास, 13 साल से जेल में
हिंदी साहित्य में एमए, रामचरित मानस से सामाजिक विकास का डिप्लोमा कर रहे हैं।
केस- 2
नाम- सुजीत गौतम 30 वर्ष
अपराध- हत्या
सजा- आजीवन कारावास, 12 साल से जेल में बंद
भोज विश्वविद्यालय से एमबीए कर रहे हैं
फूड न्यूट्रीशन में 59 कैदी
बताया गया है कि जेलर रामकृष्ण चौरे के अनुसार बीते वर्ष भोज के कोर्स शुरू होने से प्रोफेशनल कोर्स में और इजाफा हो गया है। सबसे ज्यादा 59 कैदियों ने फूड न्यूट्रीशन डिप्लोमा में एडमीशन लिया है। इस कोर्स के अलावा एमबीए में एक, एमएसडब्ल्यू में एक, डिप्लोमा इन रूरल डेवलपमेंट में पांच, रामचरितमानस से सामाजिक विकास में दो कैदियों ने दाखिला लिया है।