MP: मलेशिया की जेल में बंद है सतना का युवक, परिजनों ने भारत सरकार से लगाई गुहार, जानिए किस साजिश का शिकार हुआ युवक
MP Satna News: युवक कलकत्ता से बैंकाक और बैंकाक के रास्ते फ्लाइट से मलेशिया पहुँच गया।
MP Satna News: मलेशिया घूमने गया एक युवक विदेश तो नहीं घूम पाया, लेकिन वह मलेशिया की जेल (Malaysia Jail) जरूर पहुंच गया। परिजनों ने युवक की रिहाई के लिए जिला प्रशासन के साथ ही भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और पीएम को ट्वीट कर गुहार लगाई है। बताया गया है कि सतना जिले के बिरला टपरिया बस्ती निवासी अमित मल्लाह पुत्र रामजी मल्लाह मलेशिया की सेंट्रल जेल में बंद है। युवक के जेल में बंद होने की सूचना माता-पिता को वाट्सएप पर आए एक ऑडियो संदेश के जरिए मिली। अमित को वीजा दिलाने वाले व्यक्ति द्वारा परिजनों को बताया गया कि वह मलेशिया की जेल में बंद है, 15 दिन बाद वह वापस आ जाएगा। लेकिन समय बीत जाने के बाद भी वह नहीं आया।
बैंकाक से मलेशिया
अमित के पिता रामजी ने बताया कि वह कलकत्ता के रास्ते फ्लाइट से बैंकाक पहुंचा। इसके बाद बैंकॉक के रास्ते वह मलेशिया (Malaysia) पहुंच गया। युवक को वीजा प्रयागराज के बिचौलिए बालमुकुंद के जरिए मिला था। वीजा दिलाने में बिहार के गोपालगंज थाना अंतर्गत मोहम्मदपुर निवासी अरविंद उत्तम कुमार की अहम भूमिका थी। अमित का वीजा दो बार निरस्त हो गया था। लेकिन बिचौलियों युवक को आश्वासन देते रहे, अंततः 15 दिन के लिए वीजा ऑन अराइवल मिल गया। वीजा दिलाने के बदले बिचौलिए अमित ने 74 हजार लिए थे। जब युवक घर से निकला था उसके पास खाते में 55 हजार थे। 14 जून को युवक बैंकाक पहुंचा। बैंकाक से युवक मलेशिया पहुंच गया। 20 जून को मलेशिया से ही युवक ने अपने परिजनां से बात की।
कहीं ह्यूमन ट्रैफिकिंग तो नहीं
अधिवक्ता सुखेन्द्र पाण्डेय बताया कि यह मामला ह्यूमन ट्रैफिकिंग (Human Trafficking) का हो सकता है। जिन बिचौलियों ने युवक को वीजा दिलाया वह सागर मैन पावर एजेंसी के एजेंट है। अमित का वीजा 14 से 27 जून के लिए था, 28 जून को उसे वापस आ जाना चाहिए था। लेकिन 20 जून को ही उसे मलेशिया में गिरफ्तार कर लिया गया। इससे यह संदेह होता है कि युवक को जो वीजा दिया गया था वह नकली है।