कुख्यात गुंडा के अवैध मकान जमीदोज किया जाएगा : SATNA NEWS
SATNA: अनूप जायसवाल उर्फ जस्सा और उसके साथी नृपेन्द्र की मंगलवार को परेड कराई गई। इन दोनों को मैहर से सतना, रामपुर बाघेलान, रीवा और पन्ना ले जाया गया। जहां इनके खिलाफ पूर्व से अपराध कायम हैं इनके बताए इनपुट की पुष्टि की जानी थी। सतना आने पर दोनों से रीवा जोन के डीआइजी अनिल कुशवाहा ने पूछताछ की है। अब बुधवार को दोनों को रिमांड पूरा होने पर अदालत में पेश कर दिया जाएगा। दूसरी ओर पुलिस प्रशासन ने जस्सा के चार अवैध कब्जों को जमीदोज करने का प्लान बना लिया है। बुधवार की सुबह से ही कार्रवाही शुरू कर दी जाएगी।
एसपी रियाज इकबाल ने बताया, पोड़ी में एक स्कूल बिल्डिंग, वन विभाग की जमीन पर अवैध निर्माण और कुछ सरकारी आराजियों पर कब्जे कर बनाए गए घर चिन्हित किए गए हैं। एसडीएम नागौद ने चार अतिक्रमण चिन्हित करा लिए हैं। जिन्हें बुधवार की सुबह 10 बजे से गिराने की कार्रवाही शुरू कर दी जाएगी।
कई नाम सामने आए
एसपी ने बताया कि बरौंधा और कर्वी क्षेत्र में रहने वाले करीब २५ लोगों के नाम सामने आए हैं। इस बारे में एसडीओपी चित्रकूट को सूचना देकर उन्हें कवर करने के निर्देश दिए हैं। इसी तरह रीवा जिले के करीब डेए़ दर्जन लोगों के नाम जस्सा और नृपेन्द्र ने उगले हैं। उन नामों के बारे में एसपी रीवा को सूचना भेजी गई है।
पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से मिले मोबाइल फोन के रिकॉर्ड जांचे जा रहे हैं। एसटीएफ और सेन्ट्रल नार्कोटिकस की टीम साइबर इनपुट मिलने का इंतजार कर रही है। पता चला है कि जस्सा और उसके साथियों के कब्जे से जो 2 करोड़ 12 लाख की रकम बरामद की गई है उसे कोषालय में जमा करने के आदेश आदालत से हुए हैं।
पोड़ी में तैनात है बल
पता चला है कि जस्सा की घेराबंदी करने और उसके कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए कई दिन पहले ही पुलिस अधीक्षक ने एसएएफ से १-४ का बल और थाना नागौद से एक हवलदार के साथ दो आरक्षकों को लगा दिया था। अब जस्सा की अवैध कब्जे की संपत्ति को ढहाने के दौरान अतिरिक्त बल मौजूद रहेगा।
कुख्यात जस्सा बेहद शातिर है इसलिए वह अपने कारोबार जंगल में झोपड़े बनाकर रहने वालों को विश्वास में लेकर करता था। पता चला है कि पन्ना जिले के बार्डर में परसमनिया पहाड़ में सलेहा से लगा हुआ एक डंप यार्ड है। दुरेहा जंगल में मैहर को जाने वाले रास्ते में पत्थर खदान में वह अपना गांजा शराब का थोक माल डंप कराता था। पोड़ी के पास चांदमारी से लगी जंगल की जमीन पर भी गांजा उतरवाता था। उधर, अमरपाटन इलाके में भी उसने अपने सुरक्षित स्थान बना रखे थे। लेकिन पुलिस की इस ताबड़तोड़ कार्रवाही के बाद जस्सा से जुड़े सभी गुर्गे छिपने लगे हैं। जस्सा के परिवार से जुड़े लोग भी अब सामने आने को तैयार नहीं।[रीवा से विपिन तिवारी की रिपोर्ट]