सतना: चिमनी गिरने से लगी आग, दंपत्ति झुलसे, पत्नी की गई जान
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सतना (Satna) में आग लगने से दंपत्ति झुलस गए जिसमे पत्नी की मौत हो गई।
सतना- चिमनी गिरने से झोपड़ी में लगी आगजनी की घटना में दंपत्ति झुलस गए। आगजनी के कारण जहां पत्नी रानू रजक की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई वहीं पति प्रदीप रजक निवासी बस स्टैण्ड थाना कोलगवां 28 वर्ष सतना की हालत गंभीर बताई गई है। मृतक महिला रानू रजक के शव का पीएम करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
क्या है मामला
अस्पताल चौकी पुलिस ने बताया कि महिला अपने पति के साथ बस स्टैण्ड के समीप झोपड़ी बना कर रहती थी। महिला और उसका पति मजदूरी का कार्य करते थे। इसी कड़ी में गत दिवस झोपड़ी में रखी चिमनी गिर गई। चिमनी गिरने से महिला आग की चपेट में आने से झुलस गई। महिला के चीखने की आवाज सुन कर उठे पति ने अपनी पत्नी को बचाने का प्रयास किया। लेकिन पत्नी को बचाते हुए युवक भी आग की चपेट में आने से झुलस गया। चीख सुन कर मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद दंपत्ति की आग बुझाई। गंभीर हालत में दंपत्ति को जिला चिकित्सालय सतना ले जाया गया।
किया गया रेफर
बताया गया है कि जिला चिकित्सालय में भर्ती रहे दंपत्ति की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें संजय गांधी अस्पताल रीवा रेफर कर दिया गया। चिकित्सालय के आकस्मिक चिकित्सा विभाग पहुंचे दंपत्ति को चिकित्सकों ने बर्न यूनिट रेफर कर दिया। यहां भर्ती रहे दंपत्ति में से महिला को चिकित्सकां के काफी प्रयास के बाद भी नहीं बचाया जा सका। बीती रात महिला की जान चली गई। बर्न यूनिट में भर्ती पति की हालत चिंताजनक बताई गई है।
हर झोपड़ी की यही कहानी
बताया गया है कि बस स्टैण्ड के समीप और भी ऐसे परिवार हैं जो कि झोपड़ी बना कर रहते हैं। उजाले के लिए हर परिवार चिमनी का ही इस्तेमाल करता है। अन्य परिवारों में भी चिमनी गिरने के कारण आगजनी की घटनाएं हो चुकी है। लेकिन पूर्व में हुए अधिकतर मामलों में समय रहते आग पर काबू पा लिया गया। जिसके कारण बड़ा हादसा नहीं हुआ। लेकिन आंगे ऐसा नहीं होगा इसकी संभावना कम ही नजर आ रही है।