सतना में नेता की गुंडागर्दी: पूर्व विस प्रत्याशी ने युवक को सरेराह पीटा, थूक चटवाया... नेता समेत 3 को सीधी से गिरफ्तार किया गया
स्वतंत्रता दिवस के दिन सतना जिले के नागौद थानाक्षेत्र में एक नेता द्वारा अपने साथी के साथ मिलकर न सिर्फ एक युवक को सरेराह पीटा गया, बल्कि थूंक चाटने के लिए मजबूर भी किया गया. मामले को पुलिस अपराध नहीं मानती है.;
सतना जिले का एक वीडियो क्लिप तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में एक युवक को सरेराह न सिर्फ बेरहमी से पीटा जा रहा है, बल्कि उसे थूक चाटने के लिए मजबूर भी किया जा रहा है. वीडियो में युवक के साथ बेरहमी करने वाला शख्स शशांक सिंह है, जो पेशे से नेता है और नागौद क्षेत्र विधानसभा का प्रत्याशी रह चुका है.
अभी तक इस पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ी लापरवाही पुलिस की सामने आ रही थी, पीड़ित युवक जब पुलिस थाने में मामला दर्ज कराने पहुंचा तो पुलिस ने घटना में एनसीआर काट दी थी. पुलिस ने घटना को अपराध योग्य नहीं माना. मामले की शिकायत एसपी सतना से की गई, जिसके बाद पुलिस एक्शन में आई और शशांक सिंह समेत तीन आरोपितों को सीधी जिले से गिरफ्तार कर लिया गया है.
घटना 15 अगस्त की बताई जा रही है. जिस दिन पूरा देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा था, उस दिन शशांक सिंह अपने साथी सुजीत सिंह के साथ मिलकर नागौद के बंटी चौराहे में संतोष पांडे नामक युवक के साथ मारपीट कर रहा था. पहले दोनों युवकों ने संतोष को लाठी-डंडे से पीटा, उसके बाद उसे थूक चाटने के लिए मजबूर किया.
डरा सहमा संतोष जान के डर से सब कुछ करता रहा. उसके बाद वह उसे गाड़ी में भरकर अन्य जगह लेकर गए. जहां फिर से उसके साथ मारपीट की गई.
पुलिस ने NCR काट दिया
पीड़ित ने मामले की शिकायत नागौद थाना में की. पर यहां उसे पुलिस की तरफ से भी बेज्जत होना पड़ा. पीड़ित ने अपने अपहरण, अड़ीबाजी और गंभीर मारपीट जैसे मामले की शिकायत नागौद थाने में की तो पुलिस ने कागजी खानापूर्ति करते हुए एनसीआर काटकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया.
इसके बाद पीड़ित ने सतना पुलिस अधीक्षक से मामले की शिकायत की है. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने पीड़ित युवक का मेडिकल करवा आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के दिए निर्देश नागौद थाने पुलिस को दिया है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जा रही है. जो भी दोषी है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
सीधी जिले से हुई गिरफ्तारी
बताया जा रहा है कि नेता शशांक सिंह इतना शातिर है कि जैसे ही उसे मामले में एफआईआर की जानकारी हुई, वह सतना छोड़कर अन्य आरोपितों के साथ सीधी भाग गया था. इसके साथ ही वह राजनैतिक दबाव बनवाकर मामले को रफा दफा कराने की कोशिश में जुटा हुआ था. एसपी धर्मवीर सिंह यादव (आईपीएस) के निर्देश के बाद शशांक सिंह और उसके आरोपित साथियों सीधी जिले से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.