आज मैहर नहीं आएंगे सीएम शिवराज सिंह चौहान, सतना को संभाग और मैहर को जिला बनाने की मांग हो रही
सीएम शिवराज सिंह चौहान का रविवार की शाम मैहर दौरा था, लेकिन अब वे नहीं आ रहें हैं, जिसकी वजह से लोग निराश हो गए हैं.;
CM SHIVRAJ MAIHAR VISIT: सीएम शिवराज सिंह चौहान का रविवार की शाम मैहर दौरा था, लेकिन अब वे नहीं आ रहें हैं, जिसकी वजह से लोग निराश हो गए हैं. मैहर वासियों को उम्मीद थी कि चुनाव के ऐन वक्त पहले सीएम शिवराज मैहर को जिला बनाएंगे और सतना को संभाग का दर्जा देंगे.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शाम 4.20 बजे शारदा माता की पावन धरती मैहर आने वाले थें. लोगों को आस थी कि सीएम माता के द्वार आकर आज मैहर को जिला बनाने की घोषणा करेंगे. लेकिन अपरिहार्य कारणों के चलते सीएम का मैहर दौरा निरस्त कर दिया गया है. इस बात की जानकारी सतना कलेक्टर ने दी. अब उनका यह दौरा कब होगा इसके बारे में भी कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है.
मुख्यमंत्री का कार्यक्रम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार की दोपहर 3 बजे भोपाल से विमान द्वारा दोपहर 3.35 पर जबलपुर के डुमना हवाई अड्डे पर उतरते. जबलपुर से दोपहर 3.40 पर हेलीकाप्टर द्वारा मैहर के लिए उड़ान भरकर शाम 4.20 पर मैहर में उतरते. मुख्यमंत्री यहां स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होकर शाम सवा पांच बजे वापस हेलीकाप्टर द्वारा जबलपुर होते हुए भोपाल रवाना होने वाले थे, लेकिन मुख्यमंत्री का मैहर दौरा अपरिहार्य कारणों से निरस्त कर दिया.
मैहर को जिला बनाने की मांग
सतना जिले की तहसील मैहर को सतना से विभाजित कर नए जिले के तौर पर देखने की मंशा 3 दशक पुरानी है. हाल ही में सतना सांसद गणेश सिंह ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 20 अगस्त को ग्वालियर में आयोजित प्रदेश कार्यसमिति बैठक के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखा था, जिसमें मैहर को जिला बनाने की मांग रखी गई थी.
सतना सांसद ने अपने पत्र में लिखा, "लंबे समय से मैहर को नया जिला बनाये जाने की जन चर्चा जारी है. उसी अनुरूप में मैने मैहर तहसील के सामाजिक, व्यवसायी, बुद्धजीवी एवं जनप्रतिनिधियों के संगठनों से अलग-अलग परिचर्चा की है, इसी तरह अमरपाटन एवं रामनगर तहसील अलग-अलग स्थानों में अलग-अलग संगठनों से व्यापक विचार विमर्श किया है. सभी की एक राय है की नया जिला बनाया जाय. अमरपाटन से मैहर की दूरी 24 कि०मी० है, अमरपाटन से बाणसागर के अंतिम गांव की दूरी 80 कि०मी० है और गोविन्दगढ - रीवा के लगे गांव अमरपाटन क्षेत्र के हैं इनको ध्यान में रखते हुए अमरपाटन क्षेत्र के लोगों की राय है कि मैहर जिला बने लेकिन मुख्यालय मैहर अमरपाटन के बीचों-बीच एन एच पर बनाये जाने का सुझाव प्राप्त हुआ है. अमरपाटन क्षेत्र की बैठकों में क्षेत्रीय विधायक श्री रामखेलावन पटेल जी भी मौजूद थे."
मैहर विधायक लगातार कर रहें अलग जिले की मांग
इधर, मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी भी लगातार मैहर को जिला बनाने की मांग करते आ रहें हैं. इसके लिए वे कई बार अपने पार्टी के खिलाफ जा चुके हैं. उन्होंने आंदोलन की चेतावनी भी दी थी. वे मैहर को अलग जिला बनाकर अलग विंध्य प्रदेश बनाने का अभियान छेड़े हुए हैं.
तत्कालीन सीएम कमलनाथ ने मैहर को जिला बनाने मंजूरी दी थी
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने पिछले कार्यकाल में चुनावी सभाओं में मैहर को जिला बनाने की घोषणा की थी. लेकिन 2018 में सरकार न बन पाने की वजह से मैहर जिला नहीं बन सका. इसके बाद विधायक नारायण त्रिपाठी की मांग पर 2020 में तत्कालीन सीएम कमलनाथ की कैबिनेट ने मैहर को जिला बनाने की आधिकारिक मंजूरी दे दी थी, लेकिन इसके बाद कमलनाथ सरकार गिर गई और मैहर जिला न बन सका.
हालांकि 2023 में सीएम शिवराज ने एक सभा के दौरान मऊगंज को जिला बनाने की घोषणा की और 15 अगस्त को रीवा से विभाजित होकर मऊगंज नया जिला बन गया. लेकिन मैहरवासी अभी तक आस लगाए बैठे हुए हैं.
पृथक विंध्य प्रदेश और सतना को संभाग बनाने की भी मांग
बात सिर्फ मैहर को जिला बनाने तक की ही नहीं है. मैहर विधायक तो लम्बे समय से पृथक विंध्य प्रदेश की भी मांग कर रहें हैं. वहीं सतना संभाग संघर्ष समिति भी लगातार सतना को संभाग बनाने की मांग कर रही है.