PhonePe पर रिश्वत, सतना में सहकारिता निरीक्षक समेत 3 पुलिसकर्मी निलंबित

Bribery on PhonePe in Satna: सतना में फोनपे के माध्यम से रिश्वत लेने वाले सहकारिता निरीक्षक समेत 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

Update: 2021-10-26 12:29 GMT

PhonePe पर रिश्वत, सतना में सहकारिता निरीक्षक समेत 3 पुलिसकर्मी निलंबित

Bribery on PhonePe in Satna: मध्यप्रदेश के सतना जिले में (Satna News MP) PhonePe के माध्यम से रिश्वत लेने का मामला सामने आया है. इस मामले में कलेक्टर ने रिश्वतखोर अफसर को निलंबित कर दिया है इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक ने तीन पुलिसकर्मियों को भी ससपेंड कर दिया है. इन सभी ने एक ट्रक मालिक से ऑनलाइन एप 'फोनपे' के माध्यम से एक हजार रूपए की रिश्वत ली थी.

बता दें सतना के रैगांव में विधानसभा उपचुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू है. चुनाव प्रभावित न हो इसके लिए क्षेत्रों की नाकाबंदी और सघन जांच के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन का अमला तैनात किया गया है. लेकिन ये अमला चुनाव की व्यवस्था को दरकिनार कर रिश्वतखोरी में जुटे हुए थें.

क्या है मामला 

सतना जिले के खाम्हा खूझा में बनाए गए एसएसटी नाके में तैनात कर्मचारियों द्वारा एक ट्रक को रोका गया. ट्रक में बालू लोड था. जिसके दस्तावेज आदि ड्राइवर से मांगे गए. दस्तावेज सही होने पर ओवर लोडिंग का हवाला दिया गया. जिस पर ड्राइवर ने मालिक को स्थल पर बुलवा लिया. मालिक के आने पर एएसआई ने सहकारिता निरीक्षक का परिचय खनिज अधिकारी के रूप में करवाया और उससे 15 हजार की रिश्वत की मांग की गई. ट्रक मालिक ने असमर्थता जताई. आखिरकार एक हजार में बात बनी. 

ऑनलाइन पेमेंट का हवाला दिया

ट्रक मालिक ने रिश्वत के तौर पर एक हजार देने के लिए नकदी न होने की बात कही गई. इस पर रिश्वतखोरों ने ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से पैसे देने के लिए कहा गया. समीप के जनरल स्टोर के फोन पे पर ट्रक मालिक ने रिश्वत की रकम भेज दी. इसके बाद बालू से लदा ट्रक छोड़ दिया गया. 

कलेक्टर ने सहकारिता निरीक्षक को निलंबित किया

रिश्वत का मामला सोशल मीडिया में वायरल हो गया. जिसे सतना कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अजय कटेसरिया ने संज्ञान में लेते हुए सहकारिता निरीक्षक आशीष शर्मा के खिलाफ जांच के आदेश के आदेश दिए. एसडीएम की अगुवाई में टीम गठित कर जांच शुरू की, प्रथम दृष्टया आरोप प्रमाणित होने पर सनि आशीष शर्मा को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही कलेक्टर ने एसपी को पुलिसकर्मियों की संलिप्तता पर भी कार्रवाई के लिए कहा है. 

एसपी ने सीएसपी को सौंपी जांच

खाम्हा खूझा स्थित एसएसटी नाका में ट्रक मालिक से फ़ोनपे के माध्यम से एक हजार रुपये का आरोप प्रथम दृष्टया प्रमाणित पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह के द्वारा एएसआई उमेश पांडेय (पुलिस लाइन), प्रधान आरक्षक मनोज सिंह (सिटी कोतवाली), आरक्षक ललन देव पांडेय (पुलिस लाइन) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.

निलंबित किए गए पुलिस कर्मियों के खिलाफ आरोप पत्र जारी कर विभागीय जांच कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं. पूरे मामले की जांच पुलिस अधीक्षक द्वारा नगर पुलिस अधीक्षक महेन्द्र सिंह चौहान को सौंपी गई है. विभागीय जांच में दोषी पाए जाने पर तीनों पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है.

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