खाद वितरण पर कड़ी निगरानी रखने, रीवा कलेक्टर ने दिए आदेश
कलेक्टर मनोज पुष्प (Collector Manoj Pushp) ने खाद-बीज के वितरण एवं समर्थन मूल्य में धान उपार्जन (MP Dhan Uparjan) की तैयारियों की समीक्षा की।
कलेक्टर मनोज पुष्प (Collector Manoj Pushp) ने खाद-बीज के वितरण एवं समर्थन मूल्य में धान उपार्जन (MP Dhan Uparjan) की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि रीवा जिले में खाद की कोई कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि जिले को मांग के अनुसार लगातार रैक प्राप्त हो रही हैं। खाद के वितरण की कड़ी निगरानी रखें। किसी भी तरह की अनियमितता पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही करें।
उन्होंने आदेश दिया कि उपायुक्त सहकारिता सभी सहकारी समितियों में पर्याप्त मात्रा में खाद भण्डारित कराएं। जिले में लगभग 50 प्रतिशत बोनी का कार्य पूरा हो गया है। डबल लॉक तथा निजी विक्रेताओं द्वारा खाद वितरण की भी रिपोर्ट प्रतिदिन प्रस्तुत करें।
सभी समितियों में उपलब्ध खाद की मात्रा का प्रतिदिन प्रकाशन कराएं। निर्धारित दर से अधिक राशि लेने वाले विक्रेताओं पर प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करें। इस वर्ष अब तक 16 हजार 390 टन यूरिया तथा 19 हजार 300 टन डीएपी का वितरण किया जा चुका है। यह गत वर्ष की तुलना में अधिक है।
कलेक्टर ने धान उपार्जन की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी उपार्जन केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में बारदाने भण्डारित कराएं। धान की गुणवत्ता की जांच के लिए व्यक्ति तैनात करें। उपार्जन की अवधि में किसी भी स्थिति में अन्य जिलों और राज्यों से धान रीवा नहीं आ पाएगी।
सभी मिलर्स और व्यापारी प्रतिदिन उनके गोदाम में भण्डारित तथा बाहर भेजी जा रही धान की जानकारी अनिवार्य रूप से दें। धान की जांच के लिए प्रमुख मार्गों में नाके बनाकर निगरानी दल तैनात कर दिए गए हैं।
धान का अवैध व्यापार करने अथवा गलत तरीके से उपार्जन का प्रयास करने वालों को जेल भेजा जाएगा। उपार्जित धान के समय पर परिवहन तथा भण्डारण की समुचित व्यवस्था करें।
बैठक में जिला प्रबंधक वेयरहाउस ने बताया कि जिले को तीन भागों में बांटकर परिवहनकर्ता नियुक्त कर दिए गए हैं। गेंहू के गोदाम खाली होने के कारण भण्डार के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध है। जिले में उपलब्ध धान की शत-प्रतिशत मिलिंग की जा चुकी है। इसका चावल गोदामों में जमा हो गया है।