अप्रैल-मई के महीने में बारिश क्यों हो रही? क्या गर्मी का मौसम स्किप हो गया?

Why is it raining in the month of May: मार्च के अंतिम पखवाड़े के बाद से जो मौसम ने करवट बदली है कि ठंड के बाद सीधा बरसात शुरू हो गई

Update: 2023-04-30 12:19 GMT

Why is it raining in the month of April-May: फरवरी तक ठंड का मौसम था, मार्च के पहले सप्ताह ठीक-ठाक गर्मी पड़ी लेकिन मार्च के दूसरे पखवाड़े के बाद से मौसम ने जो करवट बदली है कि ठण्ड के बाद सीधा बरसात का मौसम आ गया इस बीच ग्रीष्म ऋतू स्किप हो गई. 

मार्च के अंतिम दिनों और अप्रैल के शुरुआत में उत्तर और मध्य भारत में भयंकर बारिश हुई. इसके बाद अप्रैल के आखिरी दिनों में भी घने काले बादलों ने देश की जनता को गर्मी से राहत दिलवा दी, अब मई का पहला सप्ताह भी ऐसा गुजरेगा कि AC कूलर चलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 

स्कूल के बच्चे इस मौसम को देखकर कंफ्यूज हो रहे हैं कि हमें गर्मी की छुट्टी मिली है या बरसात की? क्योंकि जब से समर विकेशन शुरू हुए हैं गर्मी का एहसास ही नहीं हुआ. खैर कन्फ्यूजन तो बड़ों को भी है क्योंकी अप्रैल मई के महीने ऐसी बारिश पहले कभी देखने को नहीं मिली 

ऐसा नहीं है कि गर्मी के मौसम में कभी बारिश नहीं हुई. मगर ऐसी बारिश कि गर्मी का मौसम ही पता ना चले शायद ही कभी पहले हुआ हो. 

IMD का कहना है कि इस साल पश्चिम भारत को छोड़कर हर राज्य में मई के पहले सप्ताह तक ऐसा ही माहौल बना रहेगा। बारिश का सिलसिला जारी रहेगा और गर्मी के मौसम में ठंडी का एहसास होता रहेगा। मई के कुछ दिन गर्मीभरे होंगे मगर जून के पहले सप्ताह से ही प्री मानसून एक्टिव हो जाएगा। यानी इस साल गर्मी पड़ेगी ही नहीं। 

मई में बारिश क्यों हो रही

पिछले साल इन महीनों में अधिकतम तापमान 38 से 40 डिग्री दर्ज किया गया था। अगर इस समय की बात करें तो दिन का अधिकतम तापमान 30 डिग्री के आसपास है। इस दौरान ज्यादा गर्मी का भी अनुभव नहीं हो रहा है।सामान्य तौर पर इस महीने में बारिश नहीं होती है। क्या आपको पता है इन महीनों में बेमौसम बारिश होने के पीछे वास्तव में क्या कारण है? 

बेमौसम बरसात क्यों हो रही? 

IMD का कहना है कि इस बेमौसम बरसात का कारण पश्चिमी विछोभ है. जो एक्टिव हो गया है. भूमध्य सागर क्षेत्र से उठे तूफानों के चलते वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव हुआ है. जो भारत के 19 राज्यों में बारिश का असली कारण है 

पश्चिमी विक्षोभ के कारण अफगानिस्तान और उसके आसपास के इलाकों में चक्रवात की स्थिति भी पश्चिमी विक्षोभ के कारण बनी है और भारत में बारिश इसके असर से हो रही है। मौसम विज्ञानिकों के मुताबिक मार्च और अप्रैल के महीने में कुल चार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुके हैं, जिसके कारण बैमोसम बारिश हो रही है।

ग्लोबल वार्मिंग भी है कारण 

वैज्ञानिकों का कहना है कि दक्षिणी प्रांतों में बहुत गर्मी पड़ रही है. ऐसे में ध्रुवीय सिरे पर बर्फ पिघलने लगी है. जिससे समंदर का लेवल बढ़ रहा है और तटीय क्षेत्रों में बारिश हो रही है. समुद्र का जल स्तर बढ़ने के कारण पानी का अधिक वाष्पीकरण हो रहा है, जिस कारण बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हो रही है।


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