मोनू मानेसर कौन है? जिसकी तलाश दो राज्यों की सरकार कर रही है, जानें

Monu Manesar Kaun Hai: हरियाणा के नूंह और गुरुग्राम जिले में गत दिनों हिंसा भड़की थी। जिसकी जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल ने बुधवार को कहा कि इसमें मोनू मानेसर के भूमिका की जांच की जा रही है।

Update: 2023-08-03 12:07 GMT

Monu Manesar Kaun Hai, Monu Manesar Hindi News: हरियाणा के नूंह और गुरुग्राम जिले में गत दिनों हिंसा भड़की थी। जिसकी जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल ने बुधवार को कहा कि इसमें मोनू मानेसर (Monu Manesar) के भूमिका की जांच की जा रही है जो बजरंग दल का सदस्य है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टा ने भी मोनू मानेसर को लेकर बयान दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोनू मानेसर के खिलाफ पिछला केस राजस्थान सरकार ने किया था। उन्होंने राजस्थान सरकार से कहा है कि जिस भी तरह की मदद आपको ढूंढ़ने में चाहिए वह करने को तैयार हैं।

Monu Manesar Wikipedia In Hindi

मोनू मानेसर के नाम की हो रही चर्चा

नूंह में विश्व हिंदू परिषद के एक जुलूस को रोकने की कोशिश को लेकर 31 जुलाई को हिंसा गुरुग्राम तक फैल गई। जिसमें दो होमगार्ड कर्मी और एक मौलवी समेत 6 लोग मारे गए। इसी हिंसा को लेकर मोनू मानेसर के नाम की चर्चा जोरों से की जा रही है। फरवरी में हरियाणा के भिवानी में दो कथित गौ तस्करों की हत्या का आरोपी मोनू मानेसर नूंह और ग्ररुग्राम में हुई साम्प्रदायिक हिंसा के बाद सुर्खियों में है। मोनू ने एक वीडियो जारी करते हुए नूंह में निकाले गए इस धार्मिक जुलूस में हिस्सा लेने की बात कही थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक मोनू मानेसर पॉलिटेक्निक डिप्लोमा होल्डर है। आरोप है कि जारी वीडियो में उसने भड़काऊ बातें की हैं।

Monu Manesar News in Hindi: खुद को गौरक्षक बताता है

मोनू मानेसर की सोशल मीडिया प्रोफाइल के मुताबिक वह हरियाणा में गौरक्षा दल का प्रमुख है। मोनू और उसके दल के लोग पुलिस को कथित तौर पर गौ तस्करों के बारे में जानकारी प्रदान करने का कार्य करते हैं। उस पर दो लोगों की हत्या में शामिल का आरोप भी लगाया गया है। मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव खुद को बजरंग दल का सदस्य और गौरक्षक बताता है जो गुरुग्राम के पास मानेसर से आता है।

मोनू मानेसर पर हत्या का आरोप

मोनू पर नासिर और जुनैद का कथित तौर पर 15 फरवरी को गौरक्षकों ने अपहरण कर लिया था। ये राजस्थान के भरतपुर जिले के रहने वाले थे। दोनों का शव अगले दिन हरियाणा के भिवानी के लोहारू में एक जली हुई कार में पाया गया था। इस मामले में राजस्थान पुलिस ने आरोप पत्र दायर करते हुए मोनू मानेसर को आरोपी बनाया है। हालांकि मोनू मानेसर ने अपहरण और हत्या के आरोपों से इंकार किया और वह फरार बताया गया है।

मोनू मानेसर की पुलिस को तलाश

राजस्थान पुलिस मोनू मानेसर की तलाश में जुटी हुई है। उसके सोशल मीडिया में हथियार के साथ कई तस्वीरें और वीडियो भी मौजूद है। उस पर अक्सर भड़काऊ भाषण देने के आरोप भी लगते रहे हैं। उसके फॉलोअर्स की संख्या भी लाखों में है। नासिर और जुनैद की हत्या से कुछ दिन पहले ही हरियाणा के नूंह के तावडू में एक और पुलिस शिकायत में मोनू और उसकी गौरक्षकों की टीम का नाम लिया गया था। जिसमें एक 22 वर्षीय व्यक्ति को गौ तस्करी के संदेह में पकड़ा गया था और बाद में पुलिस को सौंप दिया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान इस शख्स की मौत हो गई थी। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार मोनू के सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किए गए फेसबुक लाइव का एक कथित वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद आरोपी गौ तस्कर के परिवार ने आरोप लगाया है कि उसे गौरक्षकों ने पीटा था और हमले से घायल होने के कारण उसकी मौत हुई थी। जबकि पुलिस का कहना था कि जिस कार में वह अपने दो सहयोगियों के साथ जा रहा था, वह एक टेम्पो से टकरा गई थी। इस दौरान उसे चोटें आईं जिसके कारण उसकी मौत हो गई थी।

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