रोहिंग्या मुसलमान कौन हैं, कहां से आए हैं, भारत में क्यों हैं?
Who Are Rohingya Muslims: भारत सरकार रोहिंग्या मुसलमानों को अवैध घुसपैठिया मानती है क्योंकि वो है वही हैं
Who Are Rohingya Muslims: देश में रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा काफी सालों से चला आ रहा है, भारत सरकार रोहिंग्या मुसलमानों को अवैध घुसपैठिया मानती है. इस समय भारत में रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर बवाल मचा हुआ है. दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने केंद्र को प्रस्ताव भेजा था कि इन घुपैठियों को फ्लैट, सुविधा और सुरक्षा दी जाए लेकिन केंद्र से साफ़ कह दिया कि रोहिंग्या डिटेंशन सेंटर में ही तबतक रहेंगे जबतक इनका निर्वासन नहीं हो जाता।
रोहिंग्या मुसलमानों को फ्लैट और सुरक्षा देने के लिए बीजेपी के केंद्रीय आवास मंत्री ने ट्वीट कर दिया था, बाद में गृहमंत्रालय ने इसका खंडन करते हुए रोहिंग्यों को डिटेंशन सेंटर में ही रखने की सफाई दी थी. गृहमंत्रालय ने साफ़ कह दिया है कि भारत में अवैध घुसपैठया रोहिंग्या मुसलमानों के लिए कोई स्थान नहीं है और उन्हें वापस उनके देश भेजने की कार्रवाई की जा रही है. और जबतक वो अपने देश में नहीं भेजे जाते हैं तबतक दिल्ली में बने डिटेंशन सेंटर में ही रहेंगे।
रोहिंग्या मुसलमान कौन हैं
Who Are Rohingya Muslims: रोहिंग्या एक मुस्लिम समुदाय है, जो म्यांमार (Myanmar) के रहने वाले हैं. वहां रखाइन (Rakhine Myanmar)नाम का प्रान्त है जहां रोहिंग्या बहुल है. रोहिंग्या कहते हैं कि वह मुस्लिम व्यापारियों के वंशज हैं जो करीब 9वीं सदी से रखाइन में रह रहे हैं. साल 1948 में जब म्यांमार आज़ाद हुआ था तब यहां रहने वाले रोहिंग्या मुसलमानों को भी नागरिक होने के अधिकार मिले थे.
रोहिंग्या मुसलमान किस देश के निवासी हैं
Rohingya Muslims Belongs To Which Country: रोहिंग्या कहते हैं वो म्यांमार के हैं लेकिन म्यांमार की जनता और सरकार कहती है कि रोहिंग्या बांग्लादेशी घुसपैठिये हैं जो किसानों की एक कॉम है. ब्रिटिश हुकूमत के वक़्त म्यांमार (तब का बर्मा) में अंग्रेजों ने रोहिंग्या मुसलमानों से मजदूरी करनवाने के लिए भेज दिया था.
रोहिंग्या को म्यांमार क्यों छोड़ना पड़ा
Why Rohingya had to leave Myanmar: रोहिंग्या मुसलमानों को म्यांमार छोड़ना नहीं पड़ा बल्कि उन्हें देश के लोगों ने भगा दिया, म्यांमार के लोग रोहिंग्या को अपने देश का नागरिक नहीं मानते। कुछ लोग रोहिंग्या मुसलमानों के लिए अपने दिल में सॉफ्ट कॉर्नर रखते हैं लेकिन यह नहीं बताते की आखिर म्यांमार के लोगों ने रोहिंग्या मुसलमानों को क्यों खदेड़ दिया
बौध्दों ने रोहिंग्या मुसलमानों को खदेड़ा
बौद्ध धर्म के लोग शांत स्वाभाव के होते हैं, हिंसा, मांस, मदिरा से दूर रहते हैं. हर तरफ शांति का पाठ पठाते हैं. लेकिन ऐसा क्या हुआ कि म्यांमार के बौद्धों को रोहिंग्या मुसलमानों को अपने देश से खदेड़ना पड़ा.
म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों की तादात बढ़ती जा रही थी, और जैसे ही इनकी संख्या बढ़ने लगी, ये लोग म्यांमार के बौद्धों के खिलाफ अपराध करना शुरू कर दिए, बौद्ध कई सालों तक शांत रहे रोहिंग्या मुसलमानों का जुल्म सहते रहे. रोहिंग्या बौद्ध भिक्षुओं की धार्मिक भावनाओं को लगातार ठेस पहुंचाते थे, आए दिन बौद्धों को मारते थे.
रोहिंग्या और म्यांमार का इतिहास
History Of Rohingya And Myanmar:1962 में म्यांमार में तख्तापलट हो गया, यहां सैनिकों ने देशम में हुकूमत शुरू कर दी, अब यहां रोहिंग्या मुसलमानों से म्यांमार के नागरिक होने का अधिकार छीन लिया गया. मगर उन्हें नागरिक के लिए अप्लाई करने का मौका दिया गया. जिसकी शर्त थी के उन्हें म्यांमार की भाषा बोलते बनना चाहिए, यह भी सबूत होना चाहिए कि आज़ादी के पहले उनका परिवार म्यांमार में रहता था. लेकिन कोई भी रोहिंग्या न तो म्यांमार की भाषा बोल सकता था और ना ही उनके पास ऐसा कोई प्रमाण।
फिर भी उन्हें देश से नहीं निकाला गया, इधर बौद्ध और रोहिंग्या के बीच अक्सर जंग होती रहती थी, कभी रोहिंग्या बौद्धों को मारते तो बौद्ध लोगों ने भी हथियार उठा लिए. साल 2011 में म्यांमार से सेना का शासन खत्म हुआ और नागरिक सरकार वापस आ गई.
जब नागरिकों के हाथ में सत्ता आई तो उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों को मारना शुरू कर दिया, उनके गांव जला दिए. शांत बौद्धों के अंदर रोहिंग्या मुसलमानों के प्रति इतनी घृणा भर गई कि उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों का नरसंहार कर डाला। हालांकि इसके बाद मुस्लिम देशों और इस्लामिक आतंकी संगठनों ने म्यांमार को अपना कट्टर दुश्मन मान लिया।
क्योंकि बांग्लादेश म्यांमार से सटा हुआ है इसी लिए अधिकतर रोहिंग्या मुस्लमान बांग्लादेश भाग गए, बांग्लादेश में करीब 5 लाख रोहिंग्या म्यांमार से भाग गए गए और वहां भी डिटेंशन सेंटर में रह रहे हैं.
रोहिंग्या मुस्लमान भारत कैसे आए
How Rohingya Muslims Entered In India: बांग्लादेश और असम से रास्ते से बड़ी तादात में रोहिंग्या मुसलमानों ने भारत में घुसपैठ कर ली, भारत के कई हिस्सों में जाकर बस गए. यहां आने के बाद चोरी, आतंकवाद, मर्डर और कई तरह के अपराध करने लगे.
भारत में कितने रोहिंग्या मुसलमान हैं
How Many Rohingya Muslims Are In India: गृहमंत्रालय का कहना है कि भारत में 40 हज़ार से ज़्यादा रोहिंग्या मुसलमान हैं. यह भारत के शरणार्थी नहीं अवैध घुसपैठिये हैं. केंद्र सरकार ने वापस इन्हे अपने देश डिपोर्ट करने का फैसला किया है मगर भारत में कुछ लोगों और समुदायों के दिल में रोहिंग्या ,मुसलमानों के लिए सॉफ्ट कॉर्नर है. जो चाहते हैं कि इन्हे भारत का नागरिक बना दिया जाए.
मुस्लिम देशों ने रोहिंग्या मुसलमानों को रबसाने से मना कर दीया
छोटे-छोटे विवादों में एकजुट हो जाने वाले मुस्लिम देश जो पूरी दुनिया के मुसलमानों के ठेकेदार बनते हैं उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों को अपने देश में बसाने से हाथ खड़े कर लिए, लेकिन यही मुस्लिम देश और संयुक्त राष्ट्र चाहता है कि भारत इन्हे अपना नागरिक बना ले. लेकिन भारत सरकार ने साफ कह दिया है कि वह रोहिंग्या मुसलमानों को जल्द से जल्द वापस उनके देश भेज देगी।