TMC सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता खत्म, लोस अध्यक्ष ने कहा- सांसद अपने प्रश्न खुद बनाएं और सबमिट करें
कैश फॉर क्वेरी मामले में घिरी टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता खत्म कर दी गई है।
कैश फॉर क्वेरी मामले में घिरी टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता खत्म कर दी गई है। एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद उनके मोइत्रा के निष्कासन का प्रस्ताव पेश हुआ था। इस पर सदन में वोटिंग भी हुई। वोटिंग शुरू होते ही विपक्ष ने बॉयकॉट कर दिया।
वोटिंग के बाद लोकसभा अध्यक्ष ने महुआ मोइत्रा के निष्कासन के प्रस्ताव को पास कर दिया। इसके बाद लोकसभा को 11 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
मुझे झुकाने के लिए हर नियम तोड़ा गया- महुआ मोइत्रा
लोकसभा से निष्कासन के बाद महुआ ने एथिक्स कमेटी पर आरोप लगाए हैं। उन्होने कहा कि लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने मुझे झुकाने के लिए बनाई गई रिपोर्ट में हर नियम को तोड़ दिया। मेरे खिलाफ कैश या गिफ्ट के कोई सबूत नहीं मिला है। एथिक्स कमेटी ने भी जड़ तक पहुंचे बिना मेरे खिलाफ रिपोर्ट बनाई और कंगारू कोर्ट ने बिना सबूत के मुझे सजा दे दी।
इससे पहले चर्चा के दौरान भी लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने महुआ मोइत्रा को सदन में बोलने की इजाजत नहीं दी थी।
सांसद अपने प्रश्न खुद बनाएं और खुद ही सबमिट करें। कोई दूसरा आपकी जगह ऐसा नहीं कर सकता। अगर ऐसा होता है तो सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए कुछ सख्त फैसले लेने होंगे। - महुआ मोइत्रा मुद्दे पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आरोप
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "बहुत दुःख की बात है। 495 पेज के रिपोर्ट पर बस आधे घंटे में पढ़ लिया गया। गणतंत्र की हत्या हुई है। महुआ को बोलने का भी मौका नहीं दिया गया। ये किसी भी रूप में न्याय नहीं है। बीजेपी ने लोकतंत्र की हत्या की है। जनता बीजेपी को जवाब देगी।"