भारत को तालिबान की धमकी, अगर सेना भेजी तो अच्छा नहीं होगा; भारत की दो टूक- ताकत के दम पर बनी सरकार मान्य नहीं...

तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद सुहैल शाहीन ने भारत को भभकी दी है कि अगर भारत ने अफगानिस्तान में मिलिट्री भेजी तो अच्छा नहीं होगा. दूसरे राष्ट्रों की सेनाओं का हाल आप देख चुके हैं.

Update: 2021-08-14 06:05 GMT

तालिबानी प्रवक्ता मोहम्मद सुहैल शाहीन

आतंक गतिविधियों में लिप्त होकर अफगानिस्तान के 19 प्रांतों पर अब तक तालिबान ने कब्जा कर लिया है. अफगानियों के साथ अमानवीय कृत्य किए जा रहें हैं, महिलाओं- बच्चियों के साथ रेप हो रहें हैं. लेकिन हर छोटी बात पर दूसरे देशों में टांग लड़ाने और अपनी ताकत दिखने वाले देश यह बस देख रहें हैं. उनकी हिम्मत तक नहीं कि वे एक शब्द भी बोल पाएं.

तालिबान अब भारत को गीदड़ भभकी दे रहा है. तालिबानी प्रवक्ता मोहम्मद सुहैल शाहीन ने भारत को आगाह करने की कोशिश की है. सुहैल शाहीन ने कहा है कि 'अगर भारत अफगानिस्तान में मिलिट्री भेजता है तो अच्छा नहीं होगा.' 

सुहैल शाहीन ने भारत को डराने की कोशिश करते हुए आगे कहा कि 'बाकी देशों के सेनाओं के हाल तो आपने देख ही लिए होंगे. इसलिए ये मसला एक खुली किताब है.' तालिबान प्रवक्ता ने शनिवार को न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में ऐसा कहा है.

भारत ने दो टूक में दिया जवाब

तालिबान की गीदड़ भभकी का भारत ने बाखूबी जवाब भी दिया है. भारत ने दो टूक में कहा है कि 'अफगानिस्तान में ताकत के बल पर बनी सरकार को मान्यता नहीं देंगे.' भारत के अलावा जर्मनी, कतर, तुर्की और कई अन्य देशों ने अफगानिस्तान में हिंसा और हमले तुरंत रोकने की बात की है.

भारत की तारीफ़ 

तालिबान प्रवक्ता ने ANI को दिए इंटरव्यू में ये भी कहा कि भारत ने अफगानिस्तान के लोगों और यहां के प्रोजेक्ट्स में जो मदद की है, वह अच्छा है.

हमने निशान साहिब का झंडा नहीं हटाया 

अफगानिस्तान के पक्तिया में गुरुद्वारे से निशान साहिब का झंडा हटाने की घटना पर तालिबान प्रवक्ता का दावा है कि झंडा सिख समुदाय ने खुद ही हटाया था. जब हमारे सुरक्षा अधिकारी वहां गए तो सिख समुदाय ने कहा कि कोई झंडे को नुकसान पहुंचा सकता है, लेकिन हमने उन्हें भरोसा दिया कि ऐसा कुछ नहीं होगा तो उन्होंने झंडा फिर से लगा दिया.

दूसरे देशों के दूतावासों को कोई खतरा नहीं: तालिबान 

तालिबान प्रवक्ता ने यह भी कहा है कि अफगानिस्तान में दूसरे देशों के दूतावासों पर कोई ख़तरा नहीं है. दूतावासों पर कोई हमला नहीं होगा और न ही वहां के अधिकारियों, कर्मचारियों पर कोई हमला किया जाएगा. ये बात हम कई बार कह चुके हैं और ये हमारा कमिटमेंट है.

तालिबान प्रवक्ता ने भारतीय डेलिगेशन से बातचीत की रिपोर्ट्स की पुष्टि नहीं की है. उसने कहा है कि बीते दिन दोहा में हुई एक मीटिंग में भारतीय डेलिगेशन जरूर शामिल था, लेकिन अलग से हमारी कोई मीटिंग नहीं हुई है.

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