Bindeshwar Pathak Death: नहीं रहें सुलभ इंटरनेशनल के फाउंडर बिंदेश्वर पाठक, ऑफिस में तिरंगा फहराने के बाद बिगड़ी थी तबीयत
सुलभ इंटरनेशनल के फाउंडर बिंदेश्वर पाठक का निधन हो गया है. वे दिल्ली ऑफिस में स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान तिरंगा फहराने के बाद अचानक गिर गए थे.
सुलभ इंटरनेशनल के फाउंडर डॉ. बिंदेश्वर पाठक का निधन हो गया है. वे दिल्ली ऑफिस में स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान तिरंगा फहराने के बाद अचानक गिर गए थे. इसके तुरंत बाद उन्हें दिल्ली के AIIMS में भर्ती कराया गया. कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई.
बिंदेश्वर पाठक के एक करीबी ने जानकारी दी कि पाठक ने दिल्ली के ऑफिस में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सुबह राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इसके तुरंत बाद वे अचेत होकर अचानक से गिर गए. उन्हें फ़ौरन दिल्ली AIIMS ले जाया गया. लेकिन दोपहर 1.42 बजे उनकी सांस टूट गई. चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अस्पताल के अनुसार, 80 वर्षीय बिंदेश्वर पाठक के मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट था.
सोशल वर्कर और सुलभ इंटरनेशनल के फाउंडर थे
पद्म भूषण से सम्मानित बिहार के रामपुर में जन्में बिंदेश्वर पाठक विश्वविख्यात सामाजिक कार्यकर्ता और उद्यमी के तौर पर जाने जाते हैं. 1970 में उन्होंने सुलभ इंटरनेशनल की स्थापना की थी. सुलभ इंटरनेशनल मुख्यतः मानवाधिकार, पर्यावरण स्वच्छता, ऊर्जा के गौर पारम्परिक स्रोतों और शिक्षा द्वारा सामाजिक परिवर्तन के क्षेत्रों में कार्य करने वाली संस्था है. बिंदेश्वर पाठक ने देश भर में सुलभ शौचालय का निर्माण कराया. उनके स्वास्थ्य और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए कार्यों की सराहना देश और दुनियाभर में होती रही.
पद्म भूषण से सम्मानित
बिंदेश्वर पाठक बिहार के वैशाली जिले के रहने वाले थें. 1999 में पाठक को पद्म भूषण पुरष्कार से सम्मानित किया गया था. प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान में भी उनका अहम योगदान रहा है. भारत में शौचालय क्रांति लाने वाले बिंदेश्वर पाठक को साल 2015 में ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड’ से सम्मानित किया गया था.
पीएम ने जताया दुःख
डॉ. बिंदेश्वर पाठक के निधन की खबर मिलते ही देश और दुनिया भर से प्रतिक्रया आ रही है. पाठक के निधन पर पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर दुःख जताया है. पीएम ने ट्वीट कर लिखा, "डॉ. बिंदेश्वर पाठक जी का निधन हमारे देश के लिए एक गहरी क्षति है. वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिन्होंने सामाजिक प्रगति और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया. बिंदेश्वर जी ने स्वच्छ भारत के निर्माण को अपना मिशन बना लिया. उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन को जबरदस्त समर्थन दिया. हमारी विभिन्न बातचीत के दौरान स्वच्छता के प्रति उनका जुनून हमेशा दिखता रहा. उनका काम कई लोगों को प्रेरणा देता रहेगा. इस कठिन समय में उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. ऊं शांति."